तीर्थ नगरी पुष्कर में जय बाबा री गूंज

तीर्थ नगरी पुष्कर में अब जय बाबा री गूंज सुनाई दे रही है 1 माह तक चलने वाले इस इस भादवे माह में रामदेवरा जातरुओं की भारी आवक के कारण पुष्कर में मिनी मेला सा लग रखा है प्रतिदिन हजारों की तादात में पैदल और टू व्हीलर वाहनों और चार पहिया वाहनों में भारी तादाद में रामदेवरा जातरु पुष्कर आते हैं और चारों तरफ एक ही गूंज सुनाई दे रही है जय बाबा री जिसके चलते पुष्कर में मिनी मेला सा लग रखा है तो वही जगह जगह रामदेवरा जातरुओं के लिए सामाजिक संस्थानों और भामाशाह की तरफ से भंडारे लगाए गए । भंडारों में पैदल जाने वाले रामदेवरा जातरुओं के लिए खाने पीने चाय नाश्ता वह सोने तक की व्यवस्था की जा रही है पुष्कर में एक माह तक रामदेवरा जातरुओं की भारी आवक रहेंगी।आज काफी संख्या में रामदेवरा जातरुओं की आवक रही।तथा ब्रह्मा मन्दिर के दर्शन के लिए लम्बी लाइने लग गई।
*अव्यवस्थाओ का जमकर आलम*
रामदेवरा जातरुओं की भारी भीड़ के चलते जंहा मिनी मेला सा लग रखा है तो वही भारी अव्यवस्थाएं भी देखने को मिल रही है इस बार प्रशासन और पुलिस प्रशासन मि तरफ से किसी भी प्रकार की व्यवस्था नही होने से कस्बे में भीड़भाड़ इलाको में तेज हॉर्न बजाते भारी तादाद में रामदेवरा जातरू टू व्हिलहर वाहन लेकर निकल रहे है तो वही जगह जगह आवारा जानवरो के आंतक के चलते रामदेवरा जातरू इनकी चपेट में आकर घायल हो रहे है।
*ब्रह्मा मंदिर के आसपास के क्षेत्र में भिखारियों का जम कर आतंक*
*यात्री को निकलना हुआ दुश्वार*

तीर्थ नगरी पुष्कर में ब्रम्हा मंदिर के आसपास के क्षेत्र में छोटे छोटे मासूम बच्चो सहित साधु संतों के भेष धारण करे भिखारियों का जम कर आतंक होने से यात्रियों का निकलना दुश्वार हो रखा है भिखारी भीख मांगने के लिए गायों के नाम पर सांपो के नाम पर तथा गिटार बजाकर कई तरीके से यात्रियों का पीछा करके उन्हें भीख देने के लिए विवश कर रहे हैं नही देने पर यात्रियों से बदसूलुकी करने लग जाते है ब्रह्म चौक से लेकर ब्रह्मा मंदिर तक भिखारियों ने अपना डाल रखा है जिसके चलते यात्रियों का मंदिर दर्शन करने के लिए जाना भी मुश्किल हो रखा है।
*तीर्थ पुरोहित संघ ने लगाए घाटों पर 25 कर्मचारी*
पुष्कर में चल रहे रामदेवरा जातरुओं की भारी भीड़ के चलते तीर्थ पुरोहित संघ ने सरोवर के मुख्य घाटों पर 25 कर्मचारी को तैनात किया गया है जो सफाई व्यवस्था के साथ-साथ सरोवर मैं स्नान करने वाले रामदेवरा जातरुओं व यात्रियों की सुरक्षा का भी ध्यान रखेंगे तथा सरोवर के किनारे कोई जूते चप्पल नहीं ले जाए ओर गन्दगी न फैलाये उसका भी ध्यान रखेंगे।
*अनिल सर संपादक बदलता पुष्कर*

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