‘सनकी दरोगा’ बलात्‍कार मुक्‍त भारत बनाने की है एक पहल

अपनी मां- बहनों का रिस्‍पेक्‍ट करने वाली दूसरी महिलाओं को देख नहीं हो सकते वहशी : अंजना सिंह
बलात्‍कार के खिलाफ संदेश जन – जन तक पहुंचे : मनोज टाइगर

पटना। महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार के खिलाफ बिहार महिला विकास मंच द्वारा पटना के कासा पीकोला में आयोजित संवाद में भोजपुरी सुपर स्टार रवि किशन ने कहा कि उनकी फिल्‍म ‘सनकी दरोगा’ देश को बलात्‍कार मुक्‍त भारत बनाने की एक छोटी सी पहल है। छोटी बच्चियों तक को नहीं छोड़ने वाले बलात्‍कारी दरिंदे ने भारत की छवि को धूमिल कर दिया है। दुनिया भर में एकमात्र हमारा देश ऐसा हैं, जहां महिलाओं को सर्वाधिक सम्‍मान दिया जाता है। मगर इन दिनों बलात्‍कारी दरिंदे हमारे समाज में घुस आये हैं, जो ऐसा करते हैं। मेरा मानना है कि ऐसे लोगों पर तुरंत कार्रवाई हो और स्‍पीडी ट्रायल के जरिये इन्‍हें फांसी की सजा मिले। इससे एक भय पैदा होगा। तभी इस विकृत मानसिकता के लोगों का विनाश होगा।

रवि किशन ने कहा कि मेरी फिल्‍म ‘सनकी दरोगा’ बलात्‍कारियों द्वारा देश की महिलाओं पर किये गए जुर्म की पीड़ा है, जिसे मैंने अपने प्रोडक्‍शन से बनाया है और इसकी कहानी भी लिखी है। उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात को कोट करते हुए कहा कि हम अपने बेटे को अच्‍छे संस्‍कार क्‍यों नहीं दे, ताकि वे महिलाओं का सम्‍मान करे। हम भी उनकी बात का समर्थन करते हैं। हम कहना चाहते हैं कि हमारी फिल्‍म ‘सनकी दरोगा’ देखने के बाद अगर ऐसी मानसिकता वाले कुछ लोग भी सुधरेंगे, तो ये हमारी कामयाबी होगी। अपनी इसी मुहीम के साथ हम सनकी दारोगा लेकर आये हैं, जिससे पटना में वीणा मानवी के नेतृत्‍व में बिहार महिला विकास मंच जुड़ी और संवाद का एक बेहतर मंच दिया। इसके लिए हम उनका आभार व्‍यक्‍त करते हैं। आगे हम सात तारीख तक बिहार में विभिन्‍न जगहों पर इस मुहीम के तहत लोगों में जागरूकता फैलायेंगे।

महिला संवाद को संबोधित करते हुए फिल्‍म की अभिनेत्री अंजना सिंह ने कहा कि बलात्‍कार किसी भी समाज के लिए बेहद घातक है। आज अखबारों के पन्‍नों में हर रोज बलात्‍कार की खबरें हमें आहत करती हैं। कुछ बिगड़े लोगों ने महिलाओं को मनोरंजन समझ लिये हैं। ऐसे लोग हर जगह हैं आज। ऐसे में घर में भी मां – बहन सुरक्षित नहीं हैं। क्‍योंकि अगर कोई अपने घर में मां- बहनों का रिस्‍पेक्‍ट करता है, तो वह बाहर दूसरी महिलाओं को देखकर वहशी हो ही नहीं सकता है। इसलिए हम सबों से कहना चाहते हैं कि वे बलात्‍कार के खिलाफ फिल्‍म ‘सनकी दरोगा’ के मुहीम में शामिल हो और सभी महिलाओं का सम्‍मान करें। साथ ही हम महिलाओं के लिए कहना चाहते हैं कि कुछ भी हो बिना डरे पुलिस और कानून की मदद लें, क्‍योंकि हमारे देश का कानून महिलाओं के सबसे ज्‍यादा सशक्‍त है।

वहीं, कॉमेडियन मनोज टाइगर ने कहा कि अश्‍लीलता के दाग तो भोजपुरी सिनेमा पर खूब लगे, मगर ‘सनकी दरोगा’ बता देगी कि भोजपुरी सिनेमा में कंटेंट और सार्थक विषयों पर भी किसी अन्‍य इंडस्‍ट्री की फिल्‍मों से कम नहीं है। मैंने अब तक 180 से अधिक फिल्‍में की हैं, मगर इस फिल्‍म से मैं दिल से जुड़ा हूं। आज तक किसी भी इंडस्‍ट्री ने बलात्‍कार को बपना विषय नहीं बनाया। रवि किशन ने इस फिल्‍म के जरिये दिखा कि भोजपुरी में भी अच्‍छी फिल्में बनती हैं। आज तक रवि किशन भोजपुरी सिनेमा के प्रमोशन में खुद को पूरी तरह से नहीं लगाया, मगर इस बार यह देश के आम महिलाओं की व्‍यथा के प्रति समाज में जागरूकता के लिए वे खुद सामने आये हैं। इसलिए सबों से उम्‍मीद है कि बिहार महिला विकास मंच की महिलाओं की तरह पूरा समाज इस मुहीम से जुड़े और देश को बलात्‍कार मुक्‍त बनाने की दिशा में एक चैन बनाये।

इससे पहल महिला संवाद में बिहार महिला विकास मंच की कंचन माला, कांति केसरी, वंदना, भारती, शोभा ने फिल्‍म ‘सनकी दरोगा’ की कास्‍ट को बुके व शॉल देकर सम्‍मानित किया। इस दौरान बड़ी संख्‍या में मंच की महिलाएं शामिल रहीं, जिन्‍होंने ‘सनकी दरोगा’ को महिलाओं की फिल्‍म बताया और रवि किशन के साथ फिल्‍म की पूरी कास्‍ट का भव्‍य स्‍वागत किया। इस दौरान फिल्‍म के पीआरओ रंजन सिन्‍हा, उदय भगत और श्‍याम झा भी मौजूद रहे। बता दें कि इस फिल्‍म को सैफ किदवई ने निर्देशित किया है, जबकि रवि किशन इसे खुद ही प्रोड्यूस कर रहे हैं।

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