गौतम का मतदान के लिए न आना बना चर्चा का विषय

राजस्थान की भाजपा सरकार में संसदीय सचिव रहे केकड़ी क्षेत्र के पूर्व विधायक शत्रुघ्न गौतम के लिए लोकतंत्र के महापर्व में भाग लेना कोई मायने नहीं रखता तभी तो उन्होंने कल मतदान में भाग नहीं लिया। उनके लिए मतदान से ज्यादा महत्वपूर्ण था हिंडौन सिटी में 3 मई को आ रहे नरेंद्र मोदी की तैयारियों से सम्बंधित बैठक में उपस्थित होना। लोग तो मोदी को वोट देने और दिलाने के लिए सरहद पार से आ रहे हैं, और वे यहां होते हुए मतदान करने नहीं आ सके। लोगों का कहना है कि अगर उन्हें बैठक में जाना ही था तो कम से कम मतदान तो करके जाना चाहिए था, हिंडौन सिटी में बैठक तो दोपहर को थी। मतदान तो सुबह 7 बजे ही शुरू हो गया था। उनकी पार्टी के स्थानीय नेताओं का कहना है हमें तो पता नहीं शत्रुघ्न गौतम कहां है। ऐसा ही एक वीडियो भाजपा के एक कद्दावर युवा नेता का सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वे साफ तौर पर हंसी उड़ाते हुए कह रहे हैं कि हमें पता नहीं शत्रुघ्न गौतम कहां है, चुनाव में एक दिन आये थे शक्ल दिखा कर चले गए, वहीं सावर में बिना भाषण दिए ही चले गए। जब उनकी पार्टी के जिम्मेदार लोग ही खुलेआम यह कह रहे हैं तो क्षेत्र के लोगों को तो क्या पता कि वे कहां हैं। आरोप है कि उन्होंने इन छह महीनों में क्षेत्र के लोगों से ऐसे दूरी बनाली है की जैसे वे किसी को जानते ही नहीं। छह महीने पहले स्थिति दूसरी थी, तब उन्हें चुनाव में वापस खड़े होने की उम्मीद थी। पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो इसमें आम जनता की क्या कसूर है जो उन्होंने पिछले छह माह में एक बार भी उनकी सार-सम्भाल नहीं की। कई भाजपा कार्यकर्ताओं का तो कहना है कि गौतम ने कभी किसी कार्यकर्ता को बढ़ने का अवसर ही नहीं दिया बस 5 साल तेरी-मेरी में ही निकाल दिए। तभी शायद वे अधिकांश कार्यकर्ताओं के मन से उतर चुके हैं। हालांकि मैं यह नहीं कहता कि क्षेत्र में उनके चाहने वालों की कोई कमी है, मगर अब गिनती के रह गए हैं। लगता है उनका केकड़ी से मोह भंग हो गया है, यही कारण है कि वे पिछले छह माह से क्षेत्र में लोगों के बीच नहीं आये। और तो ओर उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के न तो मतदाताओं से मतदान की अपील की और न ही कार्यकर्ताओं से कोई अपील की। गौतम ने फेसबुक पर भी अपने निर्वाचन क्षेत्र केकड़ी विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं व मतदाताओं से कोई अपील नहीं की, हां लेकिन उन्होंने कल 13 सींटो के मतदान के लिए राज्य के मतदाताओं से जरूर भाजपा को मतदान करने की अपील की पोस्ट अपनी फेसबुक आईडी पर डाली है।

तिलक माथुर
खैर हैं भी तो वे राज्य स्तर के नेता, वे भाजपा सरकार में संसदीय सचिव जो थे। लोगों का तो यहां तक कहना है कि यह उनकी गलत फहमी है कि उनकी कमी लोगों को खलेगी तो लोग उन्हें याद करेंगे, उन्हें यह जानकारी तो जरूर होगी, थोड़े दिनों बाद तो लोग अपने खास रिश्ते वालों को ही भूल जाते है वे तो एक जनप्रतिनिधि ही तो थे। जनप्रतिनिधियों को भी जनता तभी तक याद रखती है जब तक वे उनकी सार सम्भाल करते हैं या उन्होंने कुछ खास किया हो। खैर जो भी हो चर्चाओं का दौर है, चुनाव के दौरान कई तरह की चर्चाएं चलती हैं, यह चर्चा भी उनमें से एक है।

तिलक माथुर
केकड़ी_अजमेर
9251022331

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