रावत समाज पैदा करेगा भाजपा के लिए सिरदर्द

bjp logoहालांकि विधानसभा चुनाव में पुष्कर समेत प्रदेश के विभिन्न रावत बाहुल्य क्षेत्रों में रावत समाज के उम्मीदवार को कांग्रेस व भाजपा द्वारा टिकट नहीं दिए जाने पर समाज की ओर से तीसरे मोर्चे का समर्थन करने का ऐलान किया गया है, मगर लगता है कि भाजपा के लिए एक बड़ा सिरदर्द पैदा होने जा रहा है। इसकी वजह ये है कि रावत समाज का झुकाव भाजपा की ओर अधिक रहता है और स्वाभाविक रूप से भाजपा में ही रावत समाज के दावेदार अधिक हैं। ज्ञातव्य है कि हाल ही बूढ़ा पुष्कर में मत्स्य जयंती पर आयोजित समारोह में राजस्थान रावत महासभा नवयुवक मंडल ने साफ चेताया है कि रावत समाज चुनाव में चुप बैठने वाला नहीं है। मंडल के प्रदेशाध्यक्ष एडवोकेट अशोक सिंह रावत गोवलिया ने युवाओं में राजनीतिक चेतना व शक्ति प्रदर्शन की जरूरत बताई। इस मौके पर मंडल के प्रदेश महामंत्री सुरेशसिंह मोहमी, प्रदेश संयोजक एडवोकेट महेन्द्र सिंह कानस, महासभा के प्रदेश मंत्री व जिला परिषद सदस्य राजेंद्र सिंह रावत, फूलसिंह, सेवा सिंह, शक्ति सिंह, ओमप्रकाश रावत, उप जिला प्रमुख ताराचंद रावत आदि ने एकजुटता दिखाई। इससे पहले पिछले दिनों भी पुष्कर स्थित रावत समाज के मंदिर में रावत महासभा राजस्थान की आमसभा में प्रदेश के 15 रावत बाहुल्य विधानसभा क्षेत्रों से टिकट की दावेदारी का फैसला किया गया था। रावत नेताओं के रुख से यह साफ है कि वे ब्यावर सहित पुष्कर में भी समाज के किसी व्यक्ति को टिकट देने पर अड़ेंगे।
उल्लेखनीय है कि पिछले विधानसभा चुनाव में ब्यावर से टिकट मिलने के बावजूद ज्यादा टिकटों की मांग कर रहे रावतों ने भाजपा को बड़ा झटका दिया था। रावतों की बगावत के कारण भाजपा को पुष्कर, नसीराबाद और मसूदा सीट से हाथ धोना पड़ा था। पुष्कर में भाजपा के बागी श्रवण सिंह रावत के मैदान में आ डटने के कारण भाजपा के भंवर सिंह पलाड़ा को हार का सामना करना पड़ा। मसूदा में ग्यारसीलाल रावत के निर्दलीय रूप में मैदान में उतरने के कारण भाजपा के नवीन शर्मा हार गए थे। नसीराबाद में रावत समाज के शक्तिसिंह की वजह से प्रो. सांवरलाल जाट हार गए। स्पष्ट है कि पिछले चुनाव में जो झटका रावत समाज ने दिया, उसी के प्लेटफार्म पर खड़े हो कर अब फिर दावेदारी की हुंकार भरी जा रही है। समाज अजमेर जिले में कम से कम दो सीटों पर तो कब्जा करना चाहेगा ही। ऐसे में पहले से कब्जे वाली ब्यावर सीट पर टिकट की प्रबल दावेदारी तो होगी ही, पुष्कर पर भी वे दमदार तरीके से दावा करेंगे।
-तेजवानी गिरधर

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