-सुरेन्द्र जोशी- केकड़ी । सुराज संकल्प यात्रा के दौरान केकड़ी में भारतीय जनता पार्टी के टिकट के दावेदारो में नजर आई प्रतिस्पर्धा लगता है अब उन पर भारी पडऩे वाली है। भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मान लिया है कि केकड़ी के स्थानीय उम्मीदवार को टिकट दिये जाने की स्थिति में बीजेपी के लिए कांग्रेस के विधायक और सरकारी मुख्य सचेतक डॉ.रघु शर्मा को हराना आसान नहीं है, लिहाजा भारतीय जनता पार्टी ने किसी बाहरी उम्मीदवार को केकड़ी में उम्मीदवार बनाने का फैसला कर लिया है। सूत्रो की माने तो आखिरी क्षण में कोई बदलाव नहीं हुआ तो गहलोत सरकार के पूर्व मंत्री जर्नादन सिंह गहलोत इस बार भारतीय जनता पार्टी की ओर से केकड़ी के उम्मीदवार होंगे। गहलोत ने पांच साल पहले कांग्रेस छोडक़र भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था।
सूत्रों कि मुताबिक करोली से कई बार विधायक रहे जर्नादन सिंह गहलोत रावणा राजपूत समुदाय के बड़े नेताओं में से एक है, लिहाजा उन्हे पिछली बार केकड़ी से उम्मीदवार बनी रिंकू कंवर की जगह केकड़ी से उम्मीदवार बनाने का फैसला किया जा चुका है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि कद के लिहाज से गहलोत न केवल रघु शर्मा पर भारी पड़ेंगे वरन केकड़ी में बिखरी पड़ी भारतीय जनता पार्टी को भी एक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। पर्यवक्षको व सुराज संकल्प यात्रा के दौरान मिले फीडबेक के आधार पर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने माना है कि इलाके में कांग्रेस के मौजूदा विधायक के खिलाफ जबरदस्त माहौल है और स्थानीय दावेदार आपसी सिरफूटव्वल के चलते इस सीट को बीजेपी के खाते में डालने की स्थिति में नहीं है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंची जानकारी के मुताबिक टिकट के एक दावेदार पर पूरे पांच साल तक कांग्रेस विधायक शर्मा के सागिर्द की तरह खनन इलाके में काम करने का आरोप है तो दूसरी दावेदार पर आरोप है कि वे आखिरी क्षणो में स्थानीय विधायक का विरोध करने तो आई लेकिन पूरे चार साल तक बीमारी का बहाना बनाकर इलाके से दूर रही। इसी तरह से एक युवा नेता को लेकर पार्टी को जो फीडबेक मिला है उसके मुताबिक वो भी कद के लिहाज से रघु शर्मा के सामने टिकने की स्थिति में नही है। इसलिए पार्टी जनार्दन सिंह गहलोत पर गम्भीरता से विचार कर रही है। किसी जमाने में संजय गांधी की टीम के प्रमुख सदस्य रहे जनार्दन सिंह गहलोत को यू तो कांग्रेस की राजनीति में अम्बिका सोनी के करीब माना जाता है लेकिन अशोक गहलोत से छतीस के आंकड़े के चलते हालात ऐसे बने कि जनार्दन सिंह गहलोत करोली में न केवल पांचवे नम्बर पर खिसक गये थे बल्कि उन्हे कांग्रेस से बाहर का रास्ता भी पकडना पड़ा था।
अब भारतीय जनता पार्टी जर्नादन सिंह गहलोत के जरिए पूरे प्रदेश के दरोगा / हजूरी / रावणा राजपूत समुदाय को अपने साथ जोडने के साथ ही केकड़ी की इस सीट को पुख्ता करने में लगी हुई है। सूत्रो के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी ने जनार्दन सिंह गहलोत के अलावा अन्य कई बड़े नामो पर भी विचार विमर्श किया है। इनमें पूर्व उपराष्ट्रपति भैरूसिंह शेखावत के दामाद नरपतसिंह राजवी का नाम प्रमुख है लेकिन बताया जा रहा कि राजवी जयपुर के विधाधर नगर या चित्तोडगढ़ से चुनाव लडने के इच्छुक है और जर्नादन सिंह गहलोत के लिए फिलहाल राजस्थान में केकड़ी के अलावा कोई सीट नजर नहीं आ रही है, लिहाजा उन्हें पार्टी का शीर्ष नेतृत्व केकड़ी से उम्मीदवार बनाने का मन लगभग बना चुका है। गौरतलब है कि गहलोत ओलम्पिक एसोसिएशन राजस्थान ईकाई के प्रमुख है और कबडडी के पुराने खिलाडी माने जाते है। ऐसे में पार्टी को भरोसा है वो केकडी में चुनावी पाला आसानी से जीत सकते है।