केकड़ी : भाजपा में स्थानीयवाद के मुद्दे ने पकड़ा जोर

प्रदेश नेतृत्व को भेजा संदेश, बाहरी उम्मीदवार नहीं होगा बर्दाश्त
bjp logo-तिलक माथुर- केकड़ी। विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही क्षेत्र में राजनैतिक गतिविधियां तेज हो गई है। एक ओर जहां कांग्रेस ने क्षेत्रीय विधायक डा. रघु शर्मा का टिकट पक्का माना जा रहा है वहीं भाजपा में टिकट को लेकर खींचतान का दौर और अधिक बढ़ गया है। भाजपा में अब तक क्षेत्र के करीब आधा दर्जन दावेदार टिकट की दौड़ में आगे निकलने की कोशीश में एक दूसरे की खिलाफत कर रहे थे, लेकिन अब जब बाहरी नेताओं ने केकड़ी सीट पर अपनी दावेदारी प्रस्तुत की है तो स्थानीय दावेदार पार्टी आलाकमान से यह मांग करने लगे हैं कि वे चाहे किसी भी दावेदार को उम्मीदवार बनाए लेकिन वह स्थानीय ही होना चाहिए। स्थानीयवाद को हवा देने वाले नेता बाहरी उम्मीदवार को थोपने पर प्रदेश नेतृत्व को यह चेतावनी तक दे चुके है कि अगर पार्टी ने किसी बाहरी नेता को थोपने की कोशीश की तो उन्हें यह सीट गंवानी पड़ेगी। इसी क्रम मेें भाजपा के देहात अध्यक्ष वीरविक्रम सिंह राठौड़, पूर्व प्रधान भूपेन्द्र सिंह शक्तावत, जिला उपाध्यक्ष रिंकू कंवर राठौड़, पूर्व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रामेश्वर बम्बोरिया, पूर्व सरपंच शत्रुध्न गौत्तम, किसान मोर्चा के जिला मंत्री राजेन्द्र विनायका, मण्डल उपाध्यक्ष रामकिशन गुर्जर, किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष दुर्गालाल लौहार सहितपार्टी पदाधिकारियों ने प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे को विभिन्न माध्यमों के जरिए यह संदेश भिजवाया है कि किसी स्थानीय नेता को ही पार्टी अपना उम्मीदवार बनाए अन्यथा इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि केकड़ी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडऩे के इच्छुक करीब आधा दर्जन दावेदार गत वर्षांे से लगातार कार्यकर्ताओं व जनता से सीधे सम्पर्क में है तथा विभिन्न धार्मिक, सामाजिक व अन्य राजनैतिक कार्यक्रमों के जरिए पानी की तरह पैसा खर्च कर अधिक से अधिक लोगों से जुडऩे के लिए अपना वर्चस्व प्रदर्शन करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में वर्चस्व की इस लड़ाई में भाजपा मेें धड़ेबाजी उग्र रूप धारण कर चुकी है जिसका प्रदर्शन अलग-अलग धड़ों में बटे भाजपाई प्रदेश के आला नेताओं के समक्ष भी कर चुके हैं। गत विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपाईयों में पैदा हुई धड़ेबाजी कई कोशिशों केे बावजूद कम न होकर और अधिक बढ़ जाने से प्रदेश नेतृत्व भी इसे गंभीरता से ले रहा है। और तो ओर स्थानीय दावेदारों द्वारा एक दूसरे की शिकायतबाजी से भी प्रदेश नेतृत्व परेशान हो गया है यही कारण है कि प्रदेश नेतृत्व किसी बाहरी नेता को यहां से उम्मीदवार बनाने का मानस बना रहा है जिसके चलते बाहरी नेता भी केकड़ी सीट पर अपना दावा जताने लगे हैं, जिसके चलते बाहरी नेताओं ने भी क्षेत्र का दौरा कर कार्यकर्ताओं सहित क्षेत्र की जनता का मन टटोलना शुरू कर दिया है।

तिलक माथुर
तिलक माथुर

इसी क्रम मेें बयाना से विधायक रहे अतर सिंह भडाना व उनके परिवार के सदस्य पिछले कई दिनों से क्षेत्र के गांवों का दौरा कर कार्यकर्ताओं की मनोस्थिति का जायजा ले रहे हैं वहीं भाजपा नेता भंवर सिंह पलाड़ा ने भी प्रदेश नेतृत्व के समक्ष केकड़ी से अपनी दावेदारी प्रस्तुत की है। भाजपा के पूर्व मंत्री प्रो. सांवरलाल जाट व डा. नाथू सिंह गुर्जर की निगाह भी इस सीट पर लगी है।

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