फिर खौफनाक अंधेरों ने मुझे डराना चाहा है
मेरे भविष्य को नेस्तनाबूद करने के अभियान में, आज वे लोग भी शामिल हैं , जो कल तक मेरे विजय जुलूस की अग्रिम पंक्तियों में थे । पर मैं भाग्य या समय को दोष न दूंगा ना ही उन क्षुद्र आत्माओं से कुछ कहूंगा क्योंकि मैं जानता हूं कि इंसान माटी का पुतला है और … Read more