चिकित्सा विभाग अजमेर का कोई धणी साई नहीं

अजमेर । रोज़ स्वाइन फ्लू के बढ़ते मरीजों का और हाल ही भीलवाड़ा में स्वाइन फ्लू से भाजपा विधायक कीर्ति कुमारी की मौत और स्थानीय जन प्रतिनिधियों के आक्रोश और चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सर्राफ की फटकार का स्वास्थ्य विभाग पर कोई असर होता नही दिखा है । पिछले 1 हफ्ते से संयुक्त निदेशक अजमेर जोन छुट्टी पर चले गए हैं और उनके एवज डॉ वंदना चौधरी उप निदेशक पत्रावलियों पर और दोपहर बाद अक्सर वो भी नही होती तो एक बाबू विनोद हस्ताक्षर कर रहा है। सरकार ने मौसमी बीमारियों को देखते हुए छुट्टियां निरस्त कर रखी हैं और रेस्मा लागू हो जाने के बावजूद लैब तकनीशियन हड़ताल पर हैं और डॉ यूनियन के नेता काली पट्टी लगाकर परिवार कल्याण केन्द्र में रोज़ ही सरकार के ख़िलाफ़ रणनीति बना रह हैं ।। पूर्व मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ लक्ष्मण हरचंदानी ने चौंकाने वाली जानकारी दी है । इतने बड़े स्वास्थ्य संकुल में चार अधिकारी होने के बावजूद कार्यालय अधीक्षक आशा शर्मा द्वारा सीएमएचओ की सील पर फ़ॉर करके पत्र भेजे जा रहे हैं ।
सर्वज्ञ चतुव्रेदी पूर्व बीसीएमओ किशनगढ़ अपने कार्यस्थल कुचील पर न रह कर सीएमएचओ कार्यालय से ही अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं । और पोल खुलने के बाद वे भी एक हफ्ते की छुट्टी लेकर बैठे हैं ।गड़ी मलियान के डॉ लोकेश मीणा को 3 दिन की ट्रेनिंग पर नहीं जाना और फ़ॉर करके स्वास्थ्य केंद्र से उनका एक पत्र लिपिक द्वारा कार्यालय को भेजा गया है ।अवैध् गर्भपात की जांच में आयुष चिकित्सक असद और लिव रिज़र्व डॉ कुलदीप कविया, डीपीएम ओपी कुन्तल की उपस्थिति समस्त कार्यवाही को संदेहास्पद बना रखा है ।

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