देखे नाक किसकी कटती है

महेन्द्र सिंह भेरूंदा
महेन्द्र सिंह भेरूंदा
आज विश्वसमुदाय में चल रहे तनाव में रूस के टूटने के बाद भी उसने अपना दबदबा बनाये रखने में कूटनीति का इस्तेमाल किया है चीन और अमेरिका के खराब सम्बंध का उपयोग करते हुए रूस ने नई उभरती हुई ताकत चीन को साथ लेकर दोनों ने उतर कोरिया के कंधे पर बंदूक रखदी यहां रूस और चीन मिलकर इस सर्वशक्तिमान देश अमेरिका की ताकत को तोल रहे है और उतर कोरिया के सिरफिरे शासक का इस्तेमाल यह दोनों बहुत खूबी से कर रहे और उसकी पीठ ठोक कर यह भी कह रहे है उतर कोरिया को अकेला नही छोड़ेंगे और उतर कोरिया अपने परमाणु परीक्षण को जारी रखे हुए है ट्रम्प की बार बार दी जाने वाली धमकी की अनदेखी व अनसुनी कर रहा है और हर धमकी के बाद एक और मिसाइल का परीक्षण कर रहा है ।
पूरे संसार को आंख दिखाने वाली महाशक्ति हर परीक्षण के बाद अपनी नाक को छिपा रहा है हर बार परीक्षण में चीन की नाक कटने की बात कह रहा है मगर वास्तविकता यह है की अमेरिका बुरी तरह से फस गया है इसी लिए तो ट्रम्प ने अपने ऊपर दबाव कम करने के लिए भारत डोकलांम में अड़ने के लिए उकसाया था मगर इस बात को रूस भांप गया था की यदि यह तनाव होता है तो चीन इधर उलझ जाएगा तो तमाशा कमजोर हो जाएगा इसपर रूस ने दोनों को पीछे हटने के लिए राजी किया था ।
अब सम्पूर्ण संसार की नजर उतर कोरिया और अमेरिका पर है यदि इस तनाव की परिणीति विश्व युद्ध मे होती है तो अमेरिका को काफी खामयाजा भुगतना पड़ सकता है इस लिए अमेरिका विश्वयुद्ध के आयोजन को अपने घर कभी नही बुलायेगा ।
इस लिए धमकी और तानासाही का अदभुद खेल का आनन्द रूस और चीन ले रहे है विश्व शक्ति तिलमिला रही है देखते ही निर्णय क्या होता है ।
महेंद्र सिंह भेरून्दा

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