दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग

सेवा मे,
श्रीमान् राज्यपाल महोदय,
राजस्थान शासनं,
जयपुर।

विषय – निष्पक्ष जांच करवाकर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही बाबत््।
मान्यवर,
आपसे निवेदन है। कि अजमेर स्थित सरस पशु आहार संयत्र तबीजी, अजमेर में ईकाई राजस्थान डेयरी फैडरेषन में आज गत 60 दिनों से भ्रष्टचार के खिलाफ हड़ताल जारी है। लेकिन किसी भी अधिकारी ने इन गरीब मजदूरों कि सुनवाई नही की यहां का प्रबधंक ए.के. गुप्ता पूर्व में अलवर डेयरी में भ्रष्टचार का दोषी पाया गया हैं और दो जांचों में यह दोषी पाया गया हैं आर.सी.डी.एफ. प्रषासन ने इसकों फिर से भ्रष्टाचार करने के लिए अजमेर भेज दिया है। जिसमें भ्रष्टचारी अधिकारी को समस्तों नियमों को ताक में रखते हुए इसकों अजमेर में लगा दिया है। पूर्व में घटिया और ठेकेदार को फायदा पहुचाने के लिए इसकी षिकायत एम.डी. राजेष यादव को की थी। जांच अधिकारी आये और गलत जांच करके इसको दोषी बचा लिया गया और एम.डी. को गुमराह कर षिकायतकर्त्ता तीन स्थाई कर्मचारियों के तबादले और तीन अस्थाई कर्मचारीयों को हटा दिया गया साथ ही नियम को ताक में रखते हुए तीनों चतुर्थ श्रैणी कर्मचारियों के जिला मुख्यालय से जिला बदल कर दिया गया। जिसमें से एक कर्मचारी तो 33 वर्ष सेवा होने के बावजूद तबादला कर दिया गया। उन अधिकारीयों ने केवल लीपा पोती कर भ्रष्टाचारियों को बचाने का प्रयास किया गया। ठेका नियम के तहत ठेकेदार पी.एफ. जमा कराने का नियम है किन्तु किसी का पी.एफ.़ जमा नही करवा जाता हैं और जो इसके विरूद्ध आवाज उठाते है उनको सेवा से बर्खास्त कर दिया जाता है। साथ ही प्रबंधक अपने पद का दुरपयोग कर ठेकेदार को फायदा पहुचा रहा है। लेकिन आरसीडीफ प्रषासन केवल मुकदर्षक बन कर बैठा हुआ है।
अतः आपसे सानुरोध प्रार्थना है। कि इस मामले की गहन जांच किसी विष्वास पात्र व्यक्ति से करवाई जाये।
धन्यवाद!!
(मनीष शर्मा)

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