पुष्पा वल्लभ की सिंधी रचना का देवी नागरानी द्वारा हिंदी अनुवाद

Pushpa Vallabh copyसिन्धी: पुष्पा वल्लभ
कुछ बि न……
मूँ वटि तोखे डियण लाइ
कुछ बि न आहे
न तनु, न मनु, न अखियूँ
टंग, न पेरु, न बाँह
ऐं न ही ज़बान
जो ज़बान डेई
निभाए न सघंदास !
संपर्क : सिन्ध

Devi N 1हिन्दी अनुवाद : देवी नागरानी
कुछ भी नहीं ……
मेरे पास तुम्हें देने के लिए
कुछ भी नहीं है
न तन, न मन, न आँखें
टांग, न पैर, न बाँह
और न ही ज़बान
क्योंकि ज़बान देकर
निभा न पाऊँगी !
पता: ९-डी॰ कॉर्नर व्यू सोसाइटी, १५/ ३३ रोड, बांद्रा , मुंबई ४०००५० फ़ोन: 9987938358

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