गजेसिंह वमलअभी पिछली बार जब दिल्ली की विधानसभा का चुनाव हुआ था, तब एबीपी न्यूज़ ने बीजेपी के पक्ष में 46 सीटें दिखाई थी। लेकिन हकीक़त में भाजपा को सिर्फ तीन सीटें ही मिल पाई थी। इसके अलावा आम आदमी पार्टी को दिल्ली की विधानसभा में 18 सीट दी थी, जिन्हें हकीक़त में 67 सीटें मिली थी। अब देखने का सवाल यह है कहाँ 46 सीटें और कहाँ पर 3 सीटें? अगर 46 बताई जाती है और वहां पर 40 मिल जाती है तो सर्वे सही होता है। लेकिन इसमें तो नियत का सवाल है। अभी पिछली बार जब बिहार में लालू प्रसाद यादव और नितीश ने गठबंधन करके आसानी से जीत गए। लेकिन टीवी मीडिया यह दिखा रहा था कि, वह हार रहे है लेकिन उन्होंने आसानी से जीत हासिल कर ली थी। हर बार मीडिया यही चलाता है कि, वह जीत रहा है, वह हार रहा है और इसी ओपिनियन पर भी डिबेट होती है और यह चुनाव प्रचार का एक हिस्सा बन गया है। मीडिया ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है।
1 thought on “चुुनावी सर्वे कितने सही ???”
बिलकुल यह बात सही है मीडिया ऐसे गलत आंकड़े दिखा कर अपनी विश्वसनीयता खो रही है |
बिलकुल यह बात सही है मीडिया ऐसे गलत आंकड़े दिखा कर अपनी विश्वसनीयता खो रही है |