मैं हिन्दू हूँ और मुझे अपने हिन्दू होने पर गर्व है

मैं हिन्दू हूँ और मुझे अपने हिन्दू होने पर गर्व है क्योंकि मेरा हिन्दू होना ही मुझे सिखाता है कि जितना मै अपने धर्म का सम्मान करता हूँ उतना ही मुझे और दूसरे सभी धर्मो का सम्मान करना चाहिए ।हिन्दू होते हुए मैं हिंदूवादी इसलिए नहीं होना चाहता क्योंकि जब हिन्दू के साथ वादी शब्द जुड़ता है तो वो हिंदूवादी हो जाता है और जैसे ही आप खुद को हिंदूवादी मानने लगते हो फिर आप किसी और के नहीं रहते सिर्फ अपने आप के होकर रह जाते हो,मेरा धर्म ही महान,मेरा धर्म ही सच्चा मेरा धर्म ही सबसे बड़ा बस इसी सब में उलझ कर दूसरे धर्मो को छोटा और गलत साबित करने की कोशिशो में लग जाते हो, जो मैं कभी नहीं करना चाहूँगा बस इसी लिए मैं खुद को केवल हिन्दू ही बनाये रखते हुए हिंदूवादी होने की सोच से खुद को बचाये रखना चाहता हूँ ।और मैं खुद को राष्ट्रवादी इसलिए मानता हू क्योंकि मेरा मानना है कि मैं एक अकेला कोई राष्ट्र नहीं बन सकता, राष्ट्र तो मेरे जैसे अनेको अलग अलग विचारधारा और अलग अलग धर्मो को मानाने वाले व्यक्तियो के समूह से बनता है और वादी होना सबको साथ लेकर चलना,सबको प्यार और सम्मान करना सिखाता है इसलिए मैं राष्ट्रवादी हूँ ।
बस यही है हिंदूवादी और राष्ट्रवादी होने का अंतर, आप हिन्दू होकर तो राष्ट्रवादी हो सकते हो लेकिन हिंदूवादी होकर राष्ट्रवादी नहीं हो सकते ।
जय हिन्द

दिनेश के शर्मा

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