हद हो गई सब्र की

हेमंत उपाध्याय
1राम मंदिर नहीं बनवाया चलेगा। 2 धारा 370 नहीं हटा पाए कोई बात नहीं । 3 गौहत्या बंद हुई या नहीं हुई भगवान जानते हैं। 4 हर खाते में 15 लाख डाले या नहीं सब जानते हैं। 5 भ्रष्टाचार घटा नहीं ये भी सब जानते हैं। 6नोट बंदी में सफल हुए या नहीं सब जानते हैं। 7 किसान के प्याज टमाटर 5रुपए किलो बिक रहे हैं। लागत भी वसूल नहीं हो रही दूसरी बार प्रधान चौकीदार बनने से किसान की आय कैसे दुगुनी हो जावेगी। 8 मात्र100 सवा सौ रुपये की गोली 900 में मिल रही है। हर रोज किसान बेटे बेटी की जान बचाने के लिए खेत गिरवी रख रहा है या बेच रहा है । हम सब सहलेंगे । पर देश की रक्षा करने वाले ही आज असुरक्षित हैं । युद्ध से ज्यादा बिन युद्ध के मर रहे हैं कोरी निंदा या देश विदेश से तारीफ करवा कर क्या हासिल होगा । करो या मरो । एक दिन सैनिकों की विधवाओं की संख्या व अनाथ बच्चों की संख्या लाखो से ज्यादा हो जावेगी। हथियार जंग नहीं जीतते हौसले जंग जीतते हैं। कुर्सी बचाओ या। देश बचाओगे।

हेमंत उपाध्याय साहित्यकुटीर पद्मश्री पं राम नारायण उपाध्याय वार्ड खण्डवा म. प्र 450001 [email protected]

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