मित्रों जिस तरह आज राहुल गांधी ने अचानक प्रैस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित होकर यह बयान दिया कि दागियों को बचाने वाला यह अध्यादेश फाड़कर फेंक देना चाहिए और काँग्रेस ने भी उनकी हाँ में हाँ मिलाई उससे यह तो स्पष्ट हो गया कि काँग्रेस या यूपीए की सरकार में उनकी दादागिरी चलती है । उनकी छवि एक डिक्टेटर के रूप में उभर कर सामने आई है । काँग्रेस के सारे नेता राहुल के आगे दुम हिलाते नज़र आए । यह भी स्पष्ट हो गया है कि भविष्य में काँग्रेस में होगा वही जो राहुल गांधी चाहेंगे । एक छत्र राहुल का राज । इस प्रकरण से राहुल गांधी की एक बचकानी छवि भी उभर कर सामने आई है । अपने आपको उभारने के लिए राहुल गांधी ने सरकार की जो फजीहत कराई है उसकी भरपाई नहीं होगी । मनमोहन सिंह जी का इससे बड़ा अपमान और क्या होगा । मतदाता भी अब यह सोचने पर मजबूर होंगे कि अगर वे काँग्रेस को बहुमत में ले आए और प्रधान मंत्री बनकर राहुल गांधी इसी तरह तानाशाही और बचकानी हरकतें करते रहे तो देश का भविष्य क्या होगा । देश के ज़िम्मेदार नागरिकों से आव्हान है कि वे सोच समझ कर अपने मत का प्रयोग करें । —–जयहिंद
-राजेन्द्र सिंह हीरा