ब्रितानी पुलिस का कहना है कि उसने ऑपरेशन ब्लू स्टार की अगुवाई करने वाले रिटायर्ड लेफ़्टिनेंट जनरल केएस बरार पर लंदन में हुए हमले के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस के अनुसार लंदन से लगभग ढाई सौ किलोमीटर दूर वेस्ट मिडलैंड इलाके में दो पुरूषों और एक महिला को गिरफ्तार किया गया है.
बरार पर चाकू से ये हमला रविवार को लंदन में उस वक्त किया गया जब वो निजी दौरे पर वहां गए हुए थे. वो इस हमले के पीछे खालिस्तानी चरमपंथियों का हाथ मानते हैं.
उन्होंने बीबीसी को पिछले दिनों बताया कि वो सिख चरमपंथियों और खालिस्तान समर्थकों के निशाने पर रहे हैं और ताजा हमला उन्हें जान से मारने की कोशिश थी.
बरार ने हमलावरों के बारे में बताया, “मुझे पूरा भरोसा है कि वो सिख थे, वरना मेरी उम्र 78 साल हो गई है, कोई और मुझे क्यों मारना चाहेगा.”
ऑपरेशन ब्लू स्टार
लेफ्टिनेंट जनरल कुलदीप सिंह बरार ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में 1984 में हुई सैन्य कार्वराई का नेतृत्व किया था.
स्वर्ण मंदिर के अंदर छिपे चरमपंथियों के खिलाफ कार्वराई करने के लिए भारतीय सेना सिखों के सबसे पवित्र स्थानों में से एक स्वर्ण मंदिर में दाखिल हुई. इस कार्रवाई में सैकड़ों लोग मारे गए.
मरने वालों में जरनैल सिंह भिंडरावाला भी थे जिनके नेतृत्व में चरमपंथी सिखों के लिए एक अलग राज्य खालिस्तान की मांग कर रहे थे.
ऑपरेशन ब्लूस्टार को लगभग 30 वर्ष हो चुके हैं. लेकिन बरार को अब भी भारत में जेड श्रेणी की सुरक्षा दी जाती है, हालांकि जब वो विदेश में होते हैं आम तौर पर उनके साथ सुरक्षाकर्मी नहीं रहते हैं.