सूर्य अपनी ताजा तस्वीर में पलक झपकता नजर आ रहा है, जिस पर नासा के इंजीनियर भी हैरान हैं। नासा ने दुनिया खत्म होने की भविष्यवाणी गलत साबित होने के कुछ मिनट बाद 22 दिसंबर को यह तस्वीर ली थी।
ब्रिटिश अखबार ‘डेली मेल’ के मुताबिक, जब कुछ लोग दुनिया खत्म होने के बारे में सोच रहे थे, उसी वक्त एक शक्तिशाली चुंबकीय गतिविधि से सूर्य की सतह पर धब्बे पड़ गए, जिससे वह पलक झपकता दिखने लगा। तस्वीर में सूर्य द्वारा एक खास तरंगदैर्ध्य पर फेंकी गई ऊर्जा दिखाई दे रही है, जिसे इंसानी आंखों से नहीं देखा जा सकता।
यह तस्वीर 1902 में आई पहली साइंस-फिक्शन फिल्म ‘अ ट्रिप टू द मून’ की मशहूर तस्वीर से मेल खाती है। इसे नासा की सोलर डायनमिक्स ऑब्जर्वेटरी (एसडीओ) ने कैमरे में कैद किया। तस्वीर से वैज्ञानिकों को सूरज के बारे में कुछ नई जानकारियां भी मिली हैं।
नासा के प्रवक्ता ने माया सभ्यता की भविष्यवाणी पर चुटकी लेते हुए कहा कि जहां तक किसी रहस्यमयी ग्रह के धरती से टकराने या धरती के घूमने की दिशा के उलट जाने का सवाल है, हम अब तक जिंदा हैं।
नासा के आर्कियोएस्ट्रॅनॉमी सेंटर के निदेशक जॉन कार्लसन ने भी माया सभ्यता की भविष्यवाणी को एक गलतफहमी बताया। उन्होंने कहा कि माया कैंलेडर 21 दिसंबर को खत्म नहीं हो रहा था और इस दिन दुनिया के खत्म होने की कोई भविष्यवाणी नहीं की गई थी।