ढाई करोड़ में नीलाम हुई बापू की वस्तुएं

mahatma gandhis bloodलंदन। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की कई निशानियों की नीलामी ब्रिटेन में संपन्न हो गई। बापू के खून के नमूने, शॉल, चप्पल, चावल का कटोरा, वसीयत और पॉवर ऑफ अटॉर्नी के जरिये नीलामीघर ने 2 करोड़ 51 लाख 64 हजार रुपये (तीन लाख पौंड) कमाए।

मंगलवार को एक छोटे शहर श्रॉपशायर में हुई नीलामी में गांधीजी की वसीयत को सबसे ज्यादा 46,13,400 रुपये (55 हजार पौंड) मिले। इसके 33 लाख में बिकने की उम्मीद लगाई गई थी। खून के नमूने को उम्मीद से कम केवल 5,87,000 रुपये (7,000 पौंड) मिले। यह नमूना 1924 में मुंबई के एक अस्पताल में लिया गया था। मुंबई के एक अस्पताल में बापू का अपेंडिक्स का ऑपरेशन हुआ था। इस ऑपरेशन के बाद जुहू में स्वास्थ्य लाभ के दौरान बापू द्वारा इस्तेमाल की गई वस्तुओं, कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज, तस्वीरें और पत्रों को इस नीलामी में शामिल किया गया था। इस नीलामी में एडोल्फ हिटलर, विंस्टन चर्चिल और फ्लोरेंस नाइटेंगल से जुड़ी कुछ वस्तुएं भी बिकीं।

नीलामीकर्ता मुलॉक के ऐतिहासिक दस्तावेजों के विशेषा रिचर्ड वेस्टवुड ने बताया कि खून का थक्का कुछ लोगों को डरावना लगा। हालांकि, महात्मा की वसीयत एक ऐतिहासिक दस्तावेज था। इसलिए लोगों ने सबसे ज्यादा पैसा उस पर लगाया। बापू की पहनी हुई चमड़े की चप्पलें भी 19 हजार पौंड में नीलाम हो गई हैं। इसके अलावा उनकी जाप के लिए इस्तेमाल की हुई तुलसी की माला की नीलामी 9500 पौंड में हुई।

बापू की पावर ऑफ अटर्नी जिस पर भारतीय बैंक ऑफ बड़ौदा की कई मुहर थीं, वह 25 हजार पौंड में नीलाम हो गई। फोन पर लगाई गई बोली में खरीददार ने अपनी पहचान अब तक छिपा कर रखी है। बापू की एक तस्वीर जिस पर उन्होंने दस्तखत किए थे वह अपनी असली कीमत 10 हजार पौंड से चार गुना महंगी 40 हजार पौंड में बिकी। रामायण की बापू की निजी प्रति 3500 पौंड में नीलाम हुई। उनकी टोपी 8400 पौंड में नीलाम हुई। इससे पहले 2009 में न्यूयॉर्क में गांधीजी से जुड़ी कई वस्तुओं की नीलामी हुई थी। व्यापक विरोध के बावजूद भारत सरकार उस नीलामी को नहीं रोक पाई थी। तब भारतीय उद्योगपति विजय माल्या ने नीलामी में शामिल होकर 18 लाख डॉलर में बापू से जुड़ी पांच चीजें चश्मा, घड़ी, चप्पलें, थाली और कटोरी खरीदी थीं।

उल्लेखनीय है कि इसी साल फरवरी में बापू की वर्ष 1943 में लिखी गई एक चिट्टी ने नीलामी में विश्व रिकार्ड बनाया था। वह चिट्ठी एक लाख 15 हजार पौंड में नीलाम हुई थी।

नीलामीकर्ताओं ने मंगलवार को बापू की हत्या के समय उनके खून से सनी मिट्टी और घास के टुकड़े भी नीलाम कर दिए हैं।

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