हालांकि पिछले कुछ दिन से मीडिया में यही कयास लगाए जा रहे थे कि अजमेर के कांग्रेस सांसद व केन्द्रीय कंपनी मामलात राज्य मंत्री अजमेर की बजाय भीलवाड़ा अथवा जयपुर ग्रामीण या फिर टौंक से चुनाव लड़ेंगे, मगर अंदरखाने यही कानाफूसी है कि वे अजमेर का मैदान नहीं छोड़ रहे हैं। हालांकि राजनीति में आखिरी वक्त तक कुछ नहीं कहा जा सकता, मगर दो दिन के अंदर राजनीतिक समीकरणों में कोई खास फेरबदल नहीं हुआ तो उनके अजमेर से ही लडऩे की घोषणा हो जाएगी। असल में अजमेर संसदीय क्षेत्र की सभी विधानसभा सीटों पर कांग्रेस की बुरी तरह से पराजय होने के बाद यही कयास लगाए जा रहे थे कि सचिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की बड़ी जिम्मेदारी होने के कारण या तो चुनाव लड़ेंगे ही नहीं, और लड़े भी किसी सुरक्षित सीट से। इसी कारण कभी क्रिकेट स्टार अजहरुद्दीन का तो कभी लालचंद कटारिया का नाम आ रहा था। मगर ताजा अपडेट यही है कि सचिन अजमेर से ही लडऩे का मानस बना चुके हैं। यदि आगामी 18 मार्च को होने वाली बैठक से पहले कोई नया समीकरण नहीं बना तो यह कानाफूसी सच साबित हो जाएगी।
2 thoughts on “अजमेर से ही चुनाव लड़ेंगे सचिन पायलट”
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चलो कांग्रेस में अभी कुछ तो ऐसे वीर लोग है जो चुनाव लड़ने को तैयार है उनमें इतना साहस है। अन्यथा जैसे समाचार आ रहे थे कई दिग्गज चुनाव लड़ने को तैयार नहीं क्योंकि कुछ का स्वास्थय साथ नहीं दे रहा कुछ राहुल की राजनीती में खुद को फिट नहीं पा रहे कुछ ने पांच तो कुछ ने दस साल काम ही नहीं किया तो जनता को क्या मुहं दिखाए। कुछ मोदी की हवा से डर गए,कि चुनाव हार जायेंगे कुछ इस लिए भी कि चुनाव बाद में विपक्ष में बैठना पड़ा तो मंत्री पद की मलाई तो खाने को मिलेगी नहीं फिर क्या करेंगे मोदी की हवा कितनी है यहतो समय बतायेगा यह जनता है दिखती कुछ और है करती कुछ और मीडिया भी कुछ ऐसा है भविष्यवाणी करना सुगम नहीं २००२ में बिलकुल उल्टा हो चूका है
ASLAM KHAN AAJ MARKO