नरेंद्र मोदी ‘अशुभ’ दिन पर ही वाराणसी से पर्चा भरेंगे

Narendra modi 01लखनऊ / नरेंद्र मोदी की नामांकन तिथि को लेकर गुजरात के पंडित बनारसियों पर आखिरकार भारी पड़ गए हैं। काशी के ज्योतिषियों की सलाह के विपरीत मोदी 24 अप्रैल को भद्रा काल में नामांकन करेंगे। यह काल सही नहीं माना जाता है। बनारस के ज्योतिषियों ने इस बात पर हैरानी जताई है।मोदी के नामांकन को लेकर बनारस के कई ज्योतिषियों ने शुभ तिथि 17, 20 और 22 अप्रैल निकाली थी। यह तय था कि 22 को मोदी पर्चा भरने बनारस पहुंचेंगे और बीजेपी ने नामांकन की तैयारी भी पूरी कर ली थी।
बाद में मोदी के गुजराती पंडितों द्वारा नामांकन के लिए मृत्युलोक की भद्रा का दिन 24 अप्रैल सुझाए जाने से बनारस के पंडित हैरत में हैं। बीजेपी के यूपी प्रभारी अमित शाह ने तो इसी तिथि पर मोदी के नामांकन करने के लिए बनारस आने की घोषणा भी कर दी है। इससे यह माना जा रहा कि मोदी को बनारसी पंडितों से ज्यादा अपने पंडितों पर भरोसा है।
ज्योतिषी पंडित दीपक मालवीय की मानें तो ज्योतिष शास्त्र में भद्राकाल किसी भी शुभ कार्य के लिए सही नहीं माना जाता है। तीन तरह के भद्राकाल में मृत्युलोक की भद्रा तो और भी ठीक नहीं। मोदी के नामांकन के दिन पूरे समय मृत्युलोक की भद्रा रहेगी। दोपहर में राहुकाल भी है। भद्रा में किसी भी बड़े संकल्प के विफल होने की आशंका शत-प्रतिशत रहती है।
कुल मिलाकर यह नामांकन के लिए उपयुक्त तिथि नहीं है फिर भी ऐसा कार्य जो टाला जाना संभव न हो, उसे भद्रा काल में करने पर अनिष्ट से बचाने का उपाय भी है। कार्य शुरु करने के पहले महामृत्युंजय की पूजा-अर्चना अनिवार्य है। अन्नपूर्णा मंदिर के आचार्य डॉ. रामनारायण का कहना है कि भद्रा काल को सर्व कार्य विनाशकारिणी माना जाता है। उसी काल में मोदी का नामांकन करना सही नहीं है।
सूत्रों की मानें तो 24 अप्रैल को नरेंद्र मोदी काशी के कोतवाला बाबा कालभैरव और विश्वनाथ मंदिर जाकर पूजन करेंगे। संकटमोचन मंदिर जाने का भी उनका कार्यक्रम है। इसके बाद रोड शो करते हुए पर्चा भरने कलेक्ट्रेट पहुंचेंगे। बीजेपी ने नामांकन जुलूस में ड़ेढ़ लाख की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है। इस कारण वाराणसी जोन के 85 थानों की पुलिस, अर्द्धसैनिक बलों के करीब एक हजार जवानों के साथ अफसरों की फौज के कंधों पर सुरक्षा की जिम्मेदारी होगी।

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