कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को कोयला ब्लॉक आवंटन मामले में समन जारी किए जाने पर नाराजगी जताते हुए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुआई में उनके घर तक मार्च किया। इस मार्च में कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य और लोकसभा व राज्यसभा के सदस्य शामिल हुए। डॉ मनमोहन सिंह ने एकजुटता के लिए पार्टी अध्यक्ष और अन्य सदस्यों को धन्यवाद दिया।
पार्टी मुख्यालय से शुरू हुए इस मार्च के जरिए कांग्रेस ने साफ संकेत दिए कि पार्टी डॉ मनमोहन सिंह के साथ है। पूर्व प्रधानमंत्री के सरकारी आवास तीन मोतीलाल नेहरू मार्ग पहुंचकर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अदालत के समन जारी करने से पार्टी में बहुत नाराजगी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कानूनी लड़ाई के साथ हर मोर्चे पर इस लड़ाई को पूरी ताकत के साथ लड़ेगी।
सोनिया गांधी ने कहा कि डॉ मनमोहन सिंह सिर्फ देश नहीं विदेशों में भी काफी सम्मानित हैं। उनकी साख और ईमानदारी पर कोई अंगुली नही उठा सकता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘मजबूती से उनके साथ है और अपना पूर्ण समर्थन व एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए हम सब यहां आए हैं।’ बाद में कांग्रेस अध्यक्ष सभी नेताओं के साथ पैदल कांग्रेस मुख्यालय आई।
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को झारखंड मुक्ति मोर्चा मामले में अदालती कार्रवाई का सामना करना पड़ा था। पर उस वक्त पार्टी ने उन्हें अकेला छोड़ दिया और पूरा मामला उन्हें खुद ही लड़ना पड़ था। उस वक्त कांग्रेस के गिने-चुने नेता की राव के संपर्क में थे। राव के बाद सीताराम केसरी को अध्यक्ष बनाया गया और बाद में सोनिया गांधी ने अध्यक्ष पद संभाला था।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समर्थन में मार्च का फैसला बुधवार देर शाम लिया गया। उस वक्त तक कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों का उनके घर जाने का कार्यक्रम था। पर सुबह सीडब्लूसी सदस्यों के साथ लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों को भी मार्च में शामिल होने का निर्णय लिया गया। सभी पार्टी दफ्तर में जमा हुए और मार्च किया।
बाद में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उनके प्रति एकजुटता दिखाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह उनके बेहद शुक्रगुजार है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दल, पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और कार्यकारी समिति के सभी और वरिष्ठ नेता घर आए और इस मामले में उनके साथ पूरी क्षमता के साथ संघर्ष करने के प्रति एकजुटता जाहिर की।
मनमोहन के समर्थन में कांग्रेस ने किया एकता मार्च
एजेंसियां कोयला घोटाला मामले में न्यायालय की ओर से समन भेजे जाने के बाद कांग्रेस पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बचाव में खुलकर सामने आ गई है। कांग्रेस ने गुरूवार को मनमोहन सिंह के समर्थन में एकता मार्च निकाला। इस एकता मार्च का नेतृत्व खुद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया। एकता मार्च एआईसीसी मुख्यालय से होकर मनमोहन सिंह के आवास 3 मोतीलाल नेहरू पर खत्म हुआ। इस मौके पर सोनिया गांधी ने आगे कानूनी लडमई के जरिए इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष को घेरने की बात भी कही है।
इससे पहले बुधवार को मनमोहन सिंह ने न्यायालय द्वारा समन भेजे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि सत्य जरूर सामने आएगा और अब मुङो भी तथ्य सामने रखने का मौका मिलेगा। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस मामले में पार्टी का पक्ष रखते हुए कहा है कि सिर्फ समन भेजे जाने से कोई दोषी नहीं हो जाता। वहीं बीजेपी का कहना है कि मनमोहन सिंह को कांग्रेस के पाप की कीमत चुकानी पड़ रही है।
वर्किंग कमेटी की बैठक
पैदल मार्च से पहले इस मुद्दे पर सोनिया गांधी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाई। जिसमें सोनिया ने कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों के अलावा दोनों सदनों के सदस्यों से भी मिलीं। बताया जाता बैठक में पार्टी के मनमोहन सिंह के साछ खडम्े होने को लेकर तो रणनीति बनी ही आगे इस मुद्दे पर संसद के बाहर और भीतर भी बीजेपी के आरोपों का आक्रामक जवाब देने की रणनीति तय की गई।
तालबीरा कोल ब्लॉक का मामला
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ओडिशा में 2005 में तालाबीरा-2 कोयला ब्लॉक आवंटन से जुड़े कोयला घोटाले के एक मामले में आरोपी के तौर पर समन भेजकर 8 अप्रैल को पेश होने को कहा है।
कई जगह रेल रोको आंदोलन
दिल्ली में जहां सोनिया गांधी की अगुआई में पैदल मार्च हुआ वहीं यूपी के कई हिस्सों में कांग्रेस ने रेल रोको आंदोलन किया। भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर पहले से तय कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के दौरान यूपी के लखनऊ,कानपुर,शाहजहांपुर,इलाहाबाद समेत कई जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए इस पूरे मामले को बीजेपी द्वारा की गई बदले की कार्यवाई करार दिया गया। प्रदर्शन के दौरान कई जगह पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प भी हुई। कांग्रेसियों के इस आंदोलन से दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग पर रेल संचालन भी प्रभावित हुआ।
शरद पवार ने बताया ईमानदार
कोयला घोटाले में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को न्यायालय का समन मिलने से बैकफुट में आई कांग्रेस की ओर से राहत भरी खबर मिली है। इस पूरे मामले में एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने मनमोहन सिंह को ईमानदार नेता बताते हुए बीजेपी द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। शरद पवार ने कहा है कि मनमोहन सिंह जैसे सम्मानित शख्स की ईमानदारी को हम सब जानते हैं लेकिन उनको भी हालात का सामना करना पड़ेगा। हमें अदालत का सम्मान करना चाहिए।