लखनऊ में वक्फिया सम्पत्ती को आधार बनाकर सपा सरकार को निशाना बनाने की कोशिश और नरेन्द्र मोदी को मुसलमानों का हमदर्द बताने का प्रयास केन्द्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नजमा हेपतुल्ला की बचकाना पहल है,लगातार दिल्ली,बिहार तथा उप्र के एम एल सी और उपचुनावों में करारी शिकस्त पाने वाली भाजपा के नेतागण न केवल अनर्गल बयानात पर उतारू हैं बल्की जिन इल्ज़ामात में स्वयं वह और उनका दल घिरे हुए हैं उन्हीं इलज़ामात को यह लोग धर्मनिरपेक्ष दलों और नेताओं के माथे मढने का असफल प्रयास कर रहे हैं |
सपा सांसद ने देश के अतिव्यवस्थित उप्र वक्फ़ बोर्ड से वक्फिया जायदाद का हिसाब मांगने वाली नजमा हेपतुल्ला से देश के विभिन्न हिस्सों में मौजूद 60000 करोड़ की वक्फिया जायदाद का हिसाब मांगते हुए कहा कि जिस दिल्ली में नजमा हेपतुल्ला विभिन्न दलों के माध्यम से अपना डेरा कई वर्षों से लगातार जमाये हुयी हैं उसी दिल्ली में करीब 6000 करोड़ की वक्फिया जायदाद पर अनाधिक्रत रूप से लोगों का कब्ज़ा है जिसमे देहली विकास प्राधिकरण और नगर निगम दिल्ली जैसे सरकारी महकमे भी शामिल हैं |
मुनव्वर सलीम ने सपा सरकार की तरफ आरोप की उंगली उठाने वाली नजमा हेपतुल्ला पर पलटवार करते हुए कहा कि देश के किसी भी हिस्से में अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ़ मंत्री श्रीमती नजमा हेपतुल्ला ने वोह वक्फिया जायदाद जिस पर लोगों का अवैध कब्ज़ा है उसे इन अवैध कब्जेदारों से एक गज़ ज़मीन भी छुड़ाने के लिए कोई कदम उठाया है यदी हाँ तो मुल्क और बिल्खुसूस मुल्क का मुसलमान यह जानना चाहता है और यदी नहीं तो फिर नजमा हेपतुल्ला को यह अधिकार भी नहीं है कि वह सपा सरकार पर बिना जानकारी के उंगली उठाने का दुसाहस करें | मुल्क यह भी जानना चाहता है कि केन्द्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्रीमती नजमा हेपतुल्ला ने आर्थिक,सामजिक और शैक्षणिक रूप से दबी कुचली मुस्लिम अकलियत को अपनी कलम से क्या कोई ऐसा इन्साफ दिया है ? जो उनके नाम से आने वाली नस्लें याद कर सकें ?
मुनव्वर सलीम ने मुस्लिम बच्चों को मिलने वाली स्कोलरशिप के सन्दर्भ में चर्चा करते हुए कहा कि मैंने स्वयं राज्यसभा में माननीय मंत्री जी से स्कोलरशिप के बारे में यह गुज़ारिश की थी कि अधिकारीयों के पक्षपातपूर्ण रवैय्ये के कारण स्कोलरशिप का बड़ा हिस्सा वापिस कर दिया जाता है इसलिए एस सी एस टी छात्रों की भांती मुस्लिम बच्चों के लिए भी सीधा स्कूलों को स्कोलरशिप का अधिकार दिया जाना चाहिए लेकिन आजतक मंत्री जी की तरफ से इस सिलसिले में कोई फैसला नहीं किया गया |
उप्र की अखिलेश सरकार ने राज्य सरकार के सभी महकमों को मुसलमानों के पिछड़ेपन के आधार पर जस्टिस सच्चर की रिपोर्ट के अनुसार 20 फीसद विकास का बजट खर्च करने का निर्णय ले रखा है जहां करोड़ो रूपयों की वक्फिया जायदाद मफियाज़ से मुक्त करा कर इसे मिल्ली इस्तेमाल में लाने का काम चल रहा है ऐसे सूबे में जहां मुलायम सिंह यादव जी,अखिलेश यादव जी और मो.आज़म खां साहब के रूप में मज़बूत धर्मनिरपेक्ष और मुस्लिम कयादत मौजूद हो वहां केन्द्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री की मर्यादा के विपरीत धरना देने की धमकी राजनीत से प्रेरित और बचकाना प्रतीत होती है मुनव्वर सलीम ने 60000 करोड़ की वक्फिया जायदाद को मिल्ली असासा क़रार देते हुए कहा कि मैंने संसद में बाआवाज़ बुलंद यह बात कही है कि केंद्र सरकार हिन्दुस्तानी मुसलमानों की ग़ुरबत को देखते हुए देश के कोने कोने में खुर्द बुर्द होती वक्फिया जायदाद को वापिस दिलाने का मज़बूत और बुनियादी प्रयास करे जो हमारा हक़ है |
नजमा हेपतुल्ला के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुनव्वर सलीम ने कहा कि दिल्ली सहित मुल्क के अलग अलग हिस्सों में स्वयं सरकार ने वक्फिया जायदाद पर क़ब्ज़ा किया हुआ है अगर नजमा हेपतुल्ला वाक़ई वक्फिया जायदाद के सन्दर्भ में संवेदनशील हो गयी हैं तब उन्हें मोदी सरकार से सबसे पहले इस जायदाद को वापिस दिलाने हेतु शुरुवात कराना चाहिए अन्यथा देश की लगभग 60000 करोड़ की वक्फिया जायदाद को वापिस दिलाने का मतालबा लेकर मुझे भी नजमा हेपतुल्ला के निवास पर धरना देने पर मजबूर होना पड़ेगा |