भारत के लिए निर्मित, स्कॉडा ऑटो की बिल्कुल नई प्रीमियम मिड-साइज़ सेडान को ‘स्लाविया’ नाम दिया गया

मुंबई, अक्टूबर, 2021 – स्कॉडा की अगुवाई में इंडिया 2.0 प्रोजेक्ट के तहत, कुशाक के बाद दूसरे प्रोडक्शन मॉडल को ‘स्लाविया’ के नाम से जाना जाएगा। स्कॉडा ऑटो के शुरुआती दिनों को ध्यान में रखते हुए A0 सेगमेंट के लिए निर्मित इस नई प्रीमियम मिड-साइज़ सेडान का नामकरण किया गया है। कंपनी की स्थापना के एक साल बाद, सन 1896 में वैक्लेव लॉरिन और वैक्लेव क्लीमेंट द्वारा साथ मिलकर ‘स्लाविया’ के नाम से बनाई गई पहली साइकिल की बाजार में सफलतापूर्वक बिक्री की गई। स्कॉडा का आगामी वाहन ‘स्लाविया’, एक बार फिर से इतिहास को दोहराते हुए भारतीय बाजार में एक नए युग की शुरुआत करेगा। इस साल के अंत में नई सेडान पेश की जाएगी, जो भारत में ऑक्टाविया और सुपर्ब सेडान की पूरक होगी।
श्री ज़ैक हॉलिस, ब्रांड डायरेक्टर- स्कॉडा ऑटो इंडिया, कहते हैं, “वैश्विक स्तर पर स्कॉडा के 125 से अधिक वर्षों का इतिहास और विरासत काफी समृद्ध रहा है। ‘स्लाविया’ नाम ब्रांड की कामयाबी की उस कहानी को दर्शाता है, जिसने स्कॉडा को दुनिया की सबसे मशहूर कार निर्माता कंपनियों में से एक बना दिया है। ‘स्लाविया’ नाम की परंपरा काफी समृद्ध रही है, जो एक बार फिर से भारतीय बाजार में स्कॉडा ब्रांड के लिए एक नए युग की शुरुआत करेगी। ‘स्लाविया’ सही मायने में बेमिसाल निर्माण गुणवत्ता, विश्वसनीयता और ड्राइविंग के बेजोड़ अनुभव को सामने लाएगा। हमें भारत में कारोबार की मात्रा में बड़े पैमाने पर बढ़ोतरी की उम्मीद है और इस उद्देश्य को पूरा करने में स्लाविया की भूमिका बेहद अहम होगी।”
इस साल की शुरुआत में कुशाक को बाजार में उतारा गया था, जिसके बाद स्कॉडा स्लाविया चेक वाहन निर्माता कंपनी का दूसरा नया मॉडल है, जिसे खास तौर पर भारतीय बाजार के लिए विकसित किया गया है।
‘स्लाविया’ नाम स्कॉडा ऑटो के शुरुआती दिनों से जुड़ा हुआ है। सन 1895 में कंपनी के संस्थापक वैक्लेव लॉरिन और वैक्लेव क्लीमेंट ने पहली बार म्लाडा बोलेस्लाव में साइकिल की मरम्मत का काम शुरू किया था। जल्द ही उन्होंने अपनी खुद की बाइक डिजाइन करना शुरू कर दिया, और फिर सन 1896 से स्लाविया ब्रांड नाम के तहत बाजार में उन्हें सफलतापूर्वक बेचा गया। भारतीय बाजार के लिए तैयार की गई इस नई प्रीमियम मिड-साइज़ सेडान की बात की जाए, तो यह नाम कंपनी की शुरुआत के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए ब्रांड को इसकी स्लाव विरासत से जोड़ता है। एक तरफ स्कॉडा कुशाक भारतीय परंपराओं से प्रेरित है, तो दूसरी तरफ स्लाविया भारत और यूरोप के साथ-साथ चेक और भारतीय संस्कृतियों के बीच घनिष्ठ संबंधों को दर्शाता है।
20वीं सदी के शुरुआती दिनों में, म्लाडा बोलेस्लाव में स्लाविया ब्रांड नाम के तहत तैयार की गई साइकिलें विश्वसनीयता, किफायती मूल्य और नई खोज की क्षमता का दूसरा नाम बन गई थीं। आज भी ये सारी खूबियाँ स्कॉडा ऑटो के ‘सिम्पली क्लैवर’ के सिद्धांत में प्रमुख रूप से दिखाई देती हैं। बेहद कम समय में ‘स्लाविया’ नाम बेहतरीन गुणवत्ता और नई खोज का पर्याय बन गया और 1899 में लॉरिन एंड क्लीमेंट द्वारा पेश की गई मोटरबाइकों को भी यही नाम दिया गया। इस घटना के 120 वर्षों से ज्यादा समय के बाद भी, नई स्कॉडा स्लाविया में ये सारी खूबियाँ मौजूद हैं और यह कार भारत में ऑक्टाविया और सुपर्ब सेडान की पूरक होगी। नई स्लाविया हमेशा की तरह बेहद खूबसूरत, दमदार और मिड-साइज़ सेगमेंट में सबसे सुरक्षित सेडान होगी, और यह कार बिल्कुल वैसी ही होगी जैसा भारतीय ग्राहक स्कॉडा के वाहनों से उम्मीद करते हैं।
स्कॉडा ऑटो के लिए साल 2021 भारत में विस्तार का वर्ष है। ‘इंडिया 2.0’ प्रोजेक्ट के तहत, फोक्सवैगन ग्रुप ने चार नए वाहनों (स्कॉडा के दो और फोक्सवैगन के दो मॉडल) को विकसित करने के लिए एक बिलियन यूरो का निवेश किया है। कोविड-19 महामारी के बावजूद नए स्कॉडा कुशाक की शुरुआत काफी सफल रही है, और जुलाई में लॉन्च के बाद से 10,000 से अधिक कारों की बुकिंग हो चुकी है। उम्मीद है कि कुशाक और नई स्लाविया साथ मिलकर भारत में स्कॉडा के वाहनों की बिक्री को बढ़ावा देने में सक्षम होंगे।
चेक कार निर्माता कंपनी की विश्व स्तर पर विकास की योजनाओं में भारत की भूमिका बेहद अहम है।
स्कॉडा ऑटो ने भारतीय ग्राहकों की लगातार बदल रही उम्मीदों को ध्यान में रखते हुए भारत के लिए कुशाक और स्लाविया को विकसित किया है। इसके साथ, स्कॉडा ऑटो ने अपने भारतीय डीलर नेटवर्क के मौजूदा विस्तार में निवेश करना जारी रखा है। वर्तमान में 165 सेल्स एवं सर्विस टचप्वाइंट्स के साथ, इस चेक ब्रांड ने 100 से ज्यादा शहरों में अपनी मौजूदगी दर्ज की है। कंपनी ने 2022 के अंत तक टचप्वाइंट्स की संख्या को 225 तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है।

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