नई दिल्ली, जनवरी 2022: स्किलिंग में वैश्विक बेंचमार्क स्थापित करने के लिए, फूड इंडस्ट्री कैपेसिटी एंड स्किल इनिशिएटिव ने सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस स्थापित करने के लिए इंडो जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस जर्मन डुएल सिस्टम के निर्धारित मानकों के अनुसार डुएल बेकरी प्रशिक्षण के लिए, अप्रेन्टिसशिप ट्रेनिंग पर केंद्रित प्रयासों को बढ़ावा देगा।
इस सहभागिता का उद्देश्य भारत में बेकिंग से संबंधित नए व्यावसायिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम स्थापित करना है। बेकरी सेक्टर में अच्छी तरह से योग्य उम्मीदवारों की मांग है, जो वर्तमान में पूरी नहीं हुई है। इन पाठ्यक्रमों का उद्देश्य भारत और वैश्विक बाजारों में उद्यमों की बदलती आवश्यकताओं को पूरा करना है। विकसित पाठ्यक्रम भारतीय बाजार की जरूरतों पर आधारित होगा, जिसमें बेकर्स के लिए जर्मन प्रशिक्षण मानकों की बेस्ट प्रैक्टिसिस शामिल हैं। इसके अलावा, नए प्रशिक्षण ओरिएन्टेशन्स को पूरा करने के लिए, लक्ष्यों को प्राप्त करने और चुनौतियों का समाधान करने के लिए, पाठ्यक्रमों में शामिल तकनीकी और साथ ही शैक्षणिक सिद्धान्तों को संबोधित करने के लिए ‘बेकर-ट्रेन-द-ट्रेनर’ कार्यक्रम स्थापित किया जाएगा।
इसके अलावा, इन डुएल शैक्षिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के प्रशिक्षण और अंतर्राष्ट्रीय ओरिएन्टेशन का प्रभाव दिखाने के लिए, छात्रों और प्रशिक्षकों के लिए जर्मन व्यावसायिक स्कूलों और कंपनियों के साथ एक एक्सचेंज प्रोग्राम बनाया जाएगा। इसमें व्यावसायिक स्कूलों, जर्मनी में गिल्ड और राज्य के भागीदारों के साथ नेटवर्किंग की जाएगी, जिसके बदले में शिक्षुता प्रयासों में तेजी आएगी। सरकार की पहल वोकेशनल ट्रेनिंग विदाउट बॉर्डर्स के तहत, भारतीय प्रशिक्षुओं को जर्मन बेकरी में 3-12 महीने की लंबी इनसाइट्स मिलेंगी, जो इंटरकल्चरल एक्सचेंस के साथ जर्मन और यूरोपीय प्रोडक्टस का ज्ञान प्रदान करेगी।
साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव, श्री राजेश अग्रवाल ने कहा, “बेकरी में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए उच्च स्तर के विशेषज्ञ ज्ञान और कौशल की आवश्यकता होती है और उद्योग बहुत सारे अवसर प्रदान करता है। FISCI और IGCC के बीच समझौता ज्ञापन, दोनों देशों में उद्योग में कौशल की कमी को दूर करने के लिए नई उद्योग मांगों के अनुरूप प्रभावी पाठ्यक्रम शुरू करने और क्षेत्र में विशेषज्ञता की सुविधा के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने की ओर प्रेरित है। हमारा विज़न बेकिंग क्षेत्र के लिए एक इंडो-जर्मन नेटवर्क स्थापित करना है जो उपभोक्ता वस्तुओं और उत्पादन में इंडस्ट्री 4.0 के लिए एक सक्षम वाहक के रूप में कार्य करेगा। हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा ही कहा है कि विश्व स्तर पर कई जॉबरोल्स में एक प्रतिभाशाली कार्यबल की एक बहुत बड़ी आवश्यकता है, इसलिए, इस तरह की भागीदारी भारत की युवा प्रतिभाओं को इन विदेशी रोजगार के अवसरों को प्राप्त करने में सहायता करती है और सबसे अधिक प्रासंगिक संभावनाओं के साथ उनकी रुचि का मेल कराती है।”
इस पहल के तहत, प्रशिक्षुओं की भर्ती का मूल्यांकन करने के तरीकों का पता लगाया जाएगा और भारत में अपना प्रशिक्षण समाप्त करने के बाद उनका प्लेसमेंट जर्मनी में होगा, जिससे वैश्विक बाज़ारों में उनकी उपलब्धता होगी और अंतरराष्ट्रीय गतिशीलता को बढ़ावा मिलेगा।