एमएसडीई ने आईएनएस शिवाजी को मरीन इंजीनियरिंग में सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस के रूप में मान्यता दी

नई दिल्ली, मार्च 2022: सैन्य संगठनों को प्रेरित करने और कौशल एवं प्रौद्योगिकी विकास की दिशा में उनके प्रयासों को मान्यता देने के उद्देश्य से, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) ने 22 मार्च 2022 को मरीन इंजीनियरिंग (एमई) के क्षेत्र में आईएनएस शिवाजी को सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस (सीओई) के रूप में मान्यता दी है। आईएनएस शिवाजी को उपलब्ध बुनियादी ढांचे और सुविधाओं की गहन जांच के साथ-साथ भारतीय नौसेना कर्मियों, अनुकूल विदेशी नौसेनाओं और संपूर्ण ईकोसिस्टम के कौशल में सुधार के लिए प्रदान किए गए प्रशिक्षण के बाद मान्यता दी गई है। आईएनएस शिवाजी के कमांडिंग ऑफिसर सीएमडीई अरविंद रावल को एमएसडीई के माननीय सचिव, श्री राजेश अग्रवाल (आईएएस) द्वारा मान्यता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। यह प्रमाणन कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय, श्रम शक्ति भवन, नई दिल्ली में हुआ।

आईएनएस शिवाजी महाराष्ट्र के लोनावला में स्थित एक भारतीय नौसेना स्टेशन है। इसमें नेवल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग है, जो भारतीय नौसेना और तटरक्षक अधिकारियों को शिक्षित और प्रशिक्षित करता है। संगठन को 15 फरवरी, 1945 को एचएमआईएस शिवाजी के रूप में कमीशन किया गया था। आईएनएस शिवाजी का सेंटर ऑफ़ एकसीलेंस (मरीन इंजीनियरिंग) 2014 में एक व्यापक मैंडेट के साथ स्थापित किया गया था जिसमें नौसेना अनुप्रयोगों के लिए विशिष्ट प्रौद्योगिकियों को शामिल करना, अनुसंधान एवं विकास और उच्च प्रतिष्ठा के शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से गुणवत्ता अनुसंधान शामिल था। यहां पर बड़ा लक्ष्य भारतीय नौसेना, अनुकूल विदेशी नौसेनाओं और पूरे ईकोसिस्टम में कर्मियों के कौशल में सुधार करना था।

कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) ने एक सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस (सीओई) को एक निकाय के रूप में नामित किया है जो एक विशिष्ट क्षेत्र या क्षेत्रों के लिए नेतृत्व, सर्वोत्तम अभ्यास, अनुसंधान, सहायता, प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण और कौशल प्रशिक्षण प्रदान करता है। स्किलिंग इकोसिस्टम में प्रशिक्षण मानकों को बढ़ाने, उत्पादकता को बढ़ावा देने, उभरते कौशल गैप को दूर करने और उद्योग की जरूरतों के साथ प्रशिक्षण और अनुसंधान को संरेखित करने के लिए उद्योग के साथ साझेदारी में स्थापित करने वाले वन-स्टॉप रिसोर्स सेंटर के रूप में सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस की परिकल्पना की गई है।

सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस के रूप में आईएनएस शिवाजी का एमएसडीई का डेसिग़्नेशन किसी भी सैन्य संगठन के लिए अपनी तरह का पहला है, और यह कौशल और प्रौद्योगिकी विकास के लिए आईएनएस शिवाजी की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह अवार्ड भारत के भीतर और बाहर दोनों जगह उद्योग और प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के साथ उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान एवं विकास सहयोग के लिए एक पसंदीदा प्रशिक्षण संस्थान के रूप में आईएनएस शिवाजी की छवि को मजबूत करेगा।

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