दिल्ली गैंगरेप पीड़िता की मौत से देशभर में शोक की लहर फैल गई। नेता से लेकर अभिनेता और अभिनेता से लेकर आम आदमी तक सभी दुख के सागर में डूब गए। सोशल नेटवर्किग साइट ट्विटर पर शोक की झड़ी लग गई। बॉलीवुड अभिनेता शाहरूख खान ने इस मामले पर दुख जताते हुए कमेंट कि या- मैं मर्द होने पर शर्मिदा हूं। मैं महिलाओं का सम्मान करूंगा ताकि अपनी बेटी का सम्मान पा सकूं।
‘अमानत’ कहें या ‘दामिनी’, अब ये सिर्फ एक नाम हैं। उसके शरीर की मौत हो गई है, लेकिन उसकी आत्मा हमारे दिलों को झकझोरती रहेगी।
-अमिताभ बच्चन, बॉलीवुड अभिनेता
क्या उसे दूर देश में मरने के लिए सिंगापुर भेजा गया था? लेकिन लोगों को उसकी शवयात्रा निकालने की जरूरत नहीं है, वे उस लड़की की कहानी जानते हैं।
-तसलीमा नसरीन, बांग्लादेशी लेखिका
हम वह देश हैं, जहां लड़की को पैदा होने से पहले ही मार दिया जाता है। मेरी माताओं से अपील है कि वो लड़कियों की इज्जत करें।
-बरखा दत्त
साल का समापन इतनी दर्दनाक खबर के साथ हो रहा है।
-नेहा धूपिया, बॉलीवुड अभिनेत्री
आज बड़े शोक का दिन है। अपराधियों को सजा दिलाने का कानून पूरी तरह निष्क्रिय साबित हुआ है। भविष्य में इस तरह की घटना न होने पर कदम बढ़ाना होगा।
-किरण बेदी
इस घटना ने इंसाफ की जो मशाल जलाई है वह बुझेगी नहीं हमेशा जलती रहेगी। इस घटना ने मुझे दहलाकर रख दिया है।
-प्रतीश नंदी
इस घटना के आरोपियों को सजा जल्द से जल्द देनी चाहिए। इस घटना पर देशवासियों को अंधेरे में रखा गया है।
-अभिजीत मजूमदार
यह मानवीय गरिमा की मौत है, भारतीय होने की मौत है, मासूमियत की मौत है और यह एक सिस्टम की मौत है। भारत का दिल टूट गया है।
-अनुपम खेर, बॉलीवुड अभिनेता
आज का दिन बहुत ही दुखभरा है। क्योंकि गैंगरेप की शिकार एक जांबाज लड़की जिंदगी की जंग हार गई।
सोनम कपूर, बॉलीवुड अभिनेत्री
एक लड़की का मानवीय क्रूरता के कारण गुजर जाना अत्यंत दुखद है। फास्ट ट्रेक कोर्ट का गठन करों और इंसाफ करों।
विजय माल्या, उद्योगपति
सिंगापुर में बहादुर दामिनी की मौत हो गई। वह अंत तक बहादुरी से लड़ी। उसकी मौत बेकार नहीं जाएगी।
नवीन जिंदल, सांसद
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‘हमारी नपुंसकता हमारे चेहरों पर नजर आती है। भ्रूणहत्या, पोषण में भेदभाव, दहेज, बलात्कार। अब तो जागो और महिलाओं पर हो रही हिंसा का मुकाबला करो।’
-शबाना आजमी, बॉलीवुड अभिनेत्री
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‘सब कुछ भूल जाना उसके साथ सबसे बड़ा विश्वासघात होगा। राजनीतिक सिस्टम की यही सबसे बड़ी उम्मीद होगी कि हम भूल जाएंगे। हमारी सबसे बड़ी मुक्ति यही होगी कि हम यह सब कुछ कभी न भूलें। नए साल पर कोई जश्न नहीं..आप क्या करेंगे?’
-शेखर कपूर, फिल्म निर्देशक
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‘निर्भय दामिनी की मौत नहीं हुई है। हमारे देश में इंसानियत की मौत हुई है। यह वक्त है कि हमारी सरकार गहरी नींद से जागे और इन बलात्कारियों को जल्द से जल्द और कड़ी से कड़ी सजा दे। सिर्फ आंसू बहाना और बोलना बंद करे।’
-लता मंगेशकर
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‘वह मरी नहीं है। वह ऐसी जगह चली गई है जहां बलात्कार नहीं होते। दुख की बात यह है कि वह जगह अपने ‘महान भारत’ में नहीं।’
-सोनाक्षी सिन्हा
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‘हमारी योद्धा आज जिंदगी की जंग हार गई। उसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि वह रात में घर से बाहर निकली। राजधानी की सड़कों पर यह सोचकर चली कि वह सुरक्षित है।’
-अक्षय कुमार
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‘वह मासूम मर गई और दोषी अब भी जिंदा है। एक शर्मनाक और दुखद दिन। हमें बदलाव की जरुरत है।’
-शाहिद कपूर
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‘अगर दुष्कर्म पीड़िता को इलाज के लिए सिंगापुर भेजा जा सकता है, तो दोषियों को सजा के लिए अरब भेजा जाना चाहिए।’
-हरभजन सिंह
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‘भले ही वह नहीं रही लेकिन हम उसकी लड़ाई को जाया नहीं जाने देगें। मैं इस घटना को लेकर बतौर भाई और बेटा बहुत नाराज हूं।’
-सुरेश रैना
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