गणतंत्र दिवस परेड: हमने दिखाई अपनी ताकत

आज पूरे देश में गणतंत्र दिवस का उत्साह छाया हुआ है। हर जगह लोग देश भक्ति से सराबोर हैं। सड़कों पर गाड़ियों में तिरंगा, वच्चों के हाथों में तिरंगा, कुल मिलाकर कहें तो लोगों के दिलों में तिरंगा बसा हुआ है। वायुसेना के चार हेलीकॉप्टर तिरंगा लहराकर परेड कार्यक्रम का आगाज किए। इस बार समारोह में मुख्य अतिथि भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक थे। प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह द्वारा अमर जवान ज्योति पर शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दिया गया। इसी के साथ समारोह शुरू हो गया । अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री राजपथ पर मुख्य समारोह स्थल पर पहुंचे जहां रक्षा मंत्री एके एंटनी ने उनका स्वागत किया। इस मौकेपर तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने भी प्रधानमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच झंडा फहराया। राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी गई। राजपथ पर देश की आन, बान और शान का नजारा दिखा।

सुबह 10.20 मनमोहन सिंह ने ट्विटर पर लिखा, मैं देश के शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं। इन शहीदों के सेवा भाव और लगातार बलिदान से देश प्रेरणा लेता है। राजपथ पर सुबह 17 हेलिकॉप्टरों से फूलों की बारिश हुई। राजपथ पर केरल की झांकी में हाउस बोट की झलक दिखी। यूपी की झांकी में मनमोहक मथुरा की होली का नजारा देखने को मिला। वाइक सवारों ने अपने करतब से सबका मनमोह लिया।

भारतीय नेवी ने परेड को लीड किया। भारतीय सेना ने परेड का नेतृत्व किया।

राजपथ पर परेड देखने के लिए भारी भीड़ जुटी हुई थी। जवानों के कदमताल और बैंडबाजे की धून से लोग झूम रहे थें। आधुनिक हथियारों के प्रदर्शन के साथ ही राजपथ पर अलग-अलग राच्यों और मंत्रालयों की रंग बिरंगी झांकियां निकाली गईं। स्कूल के बच्चे नृत्य कार्यक्रम पेश किए।

परेड में सजे-धजे ऊंट पर बीएसएफ की बैंड की टीम लोगों के आकर्षण का केंद्र बना। भारत को अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल धारक मुल्कों की कतार में खड़ा करने वाली अग्नि-5 मिसाइल इस बार गणतंत्र दिवस परेड का मुख्य आकर्षण रहा। वहीं राजपथ पर इस साल नौसेना में शामिल होने वाले विमानवाहक पोत आइएनएस विक्रमादित्य का लघु संस्करण भी दिखा। दिल्ली की झांकी में ललित कला का प्रदर्शन हुआ। झारखंड की झांकी में लोक कला का प्रदर्शन हुआ। राजपथ से लालकिला तक भव्य परेड हुआ।

देश के 64वें गणतंत्र दिवस पर होने वाली परेड में स्वदेशी क्षमताओं पर खासा जोर रहा। परेड में अग्नि प्रक्षेपास्त्र नजर आया जो पांच हजार किमी से अधिक तक किसी भी दिशा में और बेहद कम समय में अचूक वार कर सकता है। अप्रैल 2012 में इसके परीक्षण ने भारत को उन चंद मुल्कों की कतार में खड़ा कर दिया जिनके पास इतनी दूर तक मार करने की क्षमता है।

इसकेसाथ रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा विकसित अवॉक्स प्रणाली और पानी के भीतर दुश्मन की निगरानी में सक्षम नौसैनिक सोनार प्रणाली की भी नुमाइश हुई। परेड में अर्जुन टैंक, सर्वत्र पुल, पिनाक मल्टी बैरल रॉकेट लांचर सिस्टम भी नजर आया।

मार्चिग दस्ते में वायुसेना के 144 सैनिकों की अगुवाई फ्लाइट लेफ्टिनेंट हिना पोरे के हाथ था। वहीं परेड में सेना की करीब 10 पलटनों के दस्ते थें। नौसेना दस्ते की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर अजय कुमार वर्मा कर रहे थे। राजपथ पर वायुसेना और नौसेना की झांकियां भी थीं।

प्रदेशों और मंत्रालयों ने इस बार 19 झांकियों में विभिन्न कार्यक्रमों और थीम को दिखाने का प्रयास किया। पहली झांकी पश्चिम बंगाल की निकली, जिसमें स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि दी गई। इस साल देश उनका 150वां जन्मदिन मना रहा है।

भारतीय सिनेमा के 100 साल, बकरी का पहला क्लोन कश्मीर की नूरी, उत्तर प्रदेश के ब्रज की होली नजारा पेश करती झांकियां लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा। वहीं सांस्कृतिक प्रदर्शनियों के साथ एक हजार बच्चे भी कार्यक्रम प्रस्तुत किए। समापन से पहले वायुसेना के विमान फ्लाईपास्ट भी किए।

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