कांग्रेस ने डाले हथियार, NCP से बातचीत को पीएम तैयार

कई दिनों से तीखे तेवर दिखा रही एनसीपी को मनाने की सरकार की कोशिशें जारी है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक निजी समाचार चैनल से कहा कि हम एनसीपी से ऐसे सभी मुद्दों पर बातचीत करने को तैयार है जिन पर उन्हें आपत्ति है। उन्होंने कहा कि गठबंधन की राजनीति में लेन-देन चलता रहा है। पीएम ने कहा कि एनसीपी की उस सलाह पर चर्चा जारी है, जिसमें यूपीए गठबंधन में समन्वय के लिए एक समिति के गठन की बात कही गई है।

दूसरी तरफ एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि उनकी पार्टी ने कांग्रेस को कोई अल्टीमेटम नहीं दिया है। सभी मुद्दे बातचीत से सुलझाए जा सकते हैं। मालूम हो कि एनसीपी ने मंगलवार को कहा था कि यदि उसकी मांगें नहीं मानी गईं तो वह सरकार से हट जाएगी।

एनसीपी ने यह भी संकेत दे दिए हैं कि यदि केंद्र में वह सरकार से हटती है तो इसका सीधा असर महाराष्ट्र में उसके कांग्रेस के साथ गठजोड़ पर भी पड़ेगा। महाराष्ट्र एनसीपी के नेताओं ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार से हटने की वकालत की है। राज्य में कांग्रेस और एनसीपी का पिछले 13 साल से गठजोड़ है।

नाराजगी क्यों
एनसीपी का कहना है कि यूपीए गठबंधन में कांग्रेस का सहयोगी दलों के साथ व्यवहार बराबरी का नहीं है। गठबंधन और सरकार के फैसलों में सहयोगी दलों को बात रखने का बराबरी का मौका नहीं दिया जाता है। सत्ता में बराबरी की साझीदारी नहीं मिलती है और राज्यपालों की नियुक्तियों जैसे मुद्दों पर भी उनसे नहीं पूछा जाता। एनसीपी का आरोप है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल की नियुक्ति की खबर भी उसे मीडिया से मिली।

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