असम में अब तक 35 मौतें, सेना का फ्लैग मार्च

गुवाहाटी।। असम के कोकराझार और चिरांग जिलों में पिछले एक सप्ताह से जारी हिंसा से इलाके में तनाव की स्थिति अब भी बरकरार है। चिरांग जिले से बुधवार को तीन और शव बरामद किए गए, जबकि मंगलवार रात पांच गावों में घरों को आग लगा दी गई। इस बीच, सेना के जवानों ने तनावग्रस्त क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया।

कोकराझार और चिरांग जिलों में बोडो जनजाति और बांग्लाभाषी मुसलमानों के बीच 19 जुलाई से जारी हिंसा में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों ने अपना घर छोड़कर जिला प्रशासन के शिविरों में या अन्य सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है। चिरांग जिले के पांच गांवों- मखानगुड़ी, गोयारीपारा, चोइराबाड़ी, माजराबाड़ी तथा भाआरागुड़ी के खाली घरों में अराजक तत्वों ने मंगलवार रात आग लगा दी। सेना ने कोकराझार, चिरांग, बक्सा और उदालगुरी क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया। ये सभी इलाके असम के बोडोलैंड टेरिटोरियल एरिया डिस्ट्रिक्ट (बीटीएडी) क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं।

तनाव और हिंसा के कारण रेल ट्रैफिक पर भी असर पड़ा है। असम के इन जिलों में आने वाली और यहां से जाने वाली सभी रेलगाडिय़ों को गुवाहाटी से अलीपुरदुआर के बीच रोका जा रहा है, जिससे कई यात्री फंसे हुए हैं।

कोकराझार जिले में बुधवार को सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई। कोकराझार जिले में पुलिस के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘सेना ने बीटीएडी क्षेत्र में बुधवार सुबह फ्लैग मार्च किया। हम बीटीएडी के विभिन्न क्षेत्रों में शांति समितियां भी गठित कर रहे हैं और तनाव कम करने के लिए इसमें दोनों समुदायों के लोगों को शामिल कर रहे हैं।’

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