आमरण अनशन तुडवाने गुन्डागिर्दी पर उतारू हुआ प्रशासन

बिजावर। बिजावर तहसील के सामने भ्रष्टाचार के खिलाफ आमरण अनशन कर रहे अमित भटनागर का अनशन समाप्त करने के लिए प्रशासन गुन्डागिर्दी पर उतारू हो गयाए अमित को अनशन समाप्त करने को प्रशासन द्वारा दवाव डाला गया मना करने पर धरा १५१ लगा उन्हें गिरप्तार किया जाने पर अमित ने जेल या कही भी लेजाने पर आख़िरी सांस तक आमरण अनशन की घोषणा कर दी व संगठन के कार्यकर्ताओ ने इस गुन्डागिर्दी का जमकर विरोध कर बिजावर प्रशासन के खिलाफ नारेवाजी कीद्य अनशनकारियों के बुलंद हौसले के सामने प्रशासन को पीछे हटने पड़ाद्य पुलिसकर्मी ने अनशनकारियों द्वारा हिंसा फैलाने के एक आवेदन पर अनशन स्थल के आस पास के दूकानदार दौलत रैकवार व राजा वावू आदि को धमकी दे जबरन हस्ताक्षर करने का असफल प्रयास भेए कियाद्य गायत्री परिवार के हीरालाल विशकर्मा एडवोकेट एमण्सण्खरे सहित नगर के बरिष्ठ नारिक व बुद्धजीवियों ने प्रशासन की इस कार्यवाही को लोकतांत्रिक बताते हुए इस की कड़ी निंदा की हैद्य एडवोकेट जमील अहमद ने कहा कि राष्ट्रीय युवा संगठन के अमित की मांगे व तरीका लोकतान्त्रिक हैए विजावर प्रशासन द्वरा उठाया यह कदम से भ्रष्टाचार व हिंसा को उकसाने वाला हैद्य संगठन के लक्ष्मीनारायण शर्मा ने कहा कि हमारा अनशन गांधीवादी तरीके से चल रहा है प्रशासन हमसे वात कर ग्रामीणों की समस्या सुलझाने की जगह गुन्डागिर्दी पर उतारू हैद्य संगठन के विकासखंड संयोजक शंकर राजपूत व महेंद्र तिवारी ने कहा कि संगठन के पोल खोल अभियान से प्रशासन बौखला गया है।  दोषियों के खिलाफ कार्यवाही न कर उलटे भ्रष्टाचार उजागर करने व उस पर लगाम कसने वालों को दवाने का प्रयास कर रहे हैए उन्होंने कहा कि हम अब जाग चुके हैद्य आमरण अनशन को ग्रामीण जनता का व्यापक समर्थन मिल रहा हैए भ्रष्टाचार व अव्यवस्था की शिकार ग्रामीण जनता अनशन स्थल में आकर.आकर अपनी पीड़ा व्यक्त कर रही है।

– संतोष गैंगेले

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