ठाणे में बहुमंजिला इमारत ढही, 30 मरे और 69 घायल

thane-building-collapse-at-least-30-dead-over-69-injuredठाणे। ठाणे में गुरुवार शाम एक सात मंजिला इमारत ढह जाने से तीस लोगों की मौत हो गई और करीब उनहत्तर लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। इमारत के मलबे से घायलों को निकालने का काम देर रात तक भी जारी था। पुलिस ने इस इमारत के बिल्डर सलील और खलील के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन फिलहाल दोनों ही फरार हैं। माना जा रहा है कि शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री पृथ्वी राज चव्हाण और उप मुख्यमंत्री अजीत पवार घटना स्थल का दौरा कर सकते हैं।

इस इमारत में करीब 50 परिवार रहते थे। शाम का वक्त होने के चलते ज्यादातर लोग अपने घरों में ही थे। यही वजह है कि घायलों में महिलाओं और बच्चो की तादाद ज्यादा है। मरने वालों में से अभी केवल एक की पहचान हो पाई है।

पुलिस ने बताया कि ठाणे जिले के शिल धाईगर इलाके में स्थित सात मंजिला इमारत शाम करीब साढ़े छह बजे अचानक भरभरा कर गिर पड़ी। सूचना पाकर अग्निशमन कर्मी और चिकित्सकीय दल तुरंत ही घटनास्थल पर पहुंच गया और राहत कार्य शुरू किया। मृतकों के शव निकालने के साथ ही हादसे में घायल लोगों को शहर के विभिन्न अस्पतालों में दाखिल कराया गया है। आपदा नियंत्रण विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, हादसे के वक्त अवैध रूप से बनी इमारत में तकरीबन 80 लोग मौजूद थे। उप जिलाधिकारी मनोज गोहाद ने कुछ और शवों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई है। नगर निगम आयुक्त आरए राजीव व डीएम पी वेलारासु राहत और बचाव कार्य पर नजर रखे हैं।

चश्मदीदों के मुताबिक गुरुवार शाम सात मंजिला इमारत अचानक ही ताश के पत्ते की तरह गिर पड़ी। लोगों के मुताबिक यह इमारत अवैध रूप से चार महीने पहले ही बनी थी। इसके निर्माण कार्य में घटिया सामान का इस्तेमाल किया गया था। जिसके चलते इमारत शुरू से ही बेहद कमजोर थी। उनका आरोप है कि इमारत का निर्माण भी जल्दबाजी में कराया गया था। उनके मुताबिक महज 35 दिन में ये सात मंजिला इमारत बनकर तैयार हो गई थी। इसकी चौथी मंजिल तक ही फिलहाल में लोग रह रहे थे।

पुलिस कमिश्नर ठाणे केपी रघुवंशी के मुताबिक राहत और बचाव कार्य जारी है। कितने लोग फंसे हैं इसके बारे में अभी कुछ नही कहा जा सकता है। राहत कार्य में तेजी के लिए एसआरपीएफ की टीम, ठाणे पुलिस की टीम, महानगर पालिका की टीम और मुंबई महानगर पालिका की टीम को लगाया गया है।

इस बीच हादसे को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। ठाणे महानगर पालिका पर शिवसेना का कब्जा है जबकि राच्य में कांग्रेस एनसीपी की सरकार है। अब ठाणे के पालक मंत्री गणेश नाईक का कहना है कि इस हादसे के लिए नगर निगम जिम्मेदार है, जिसने इस अवैध इमारत पर वक्त रहते कार्रवाई नहीं की।

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