दरिंदगी की ये बात सुनकर आप कहेंगे काश, बहरा हो जाता

pradeep, manojनई दिल्ली। गांधी नगर में पांच वर्ष की बच्ची के साथ हुए गैंगरेप की जांच के दौरान कई सनसनीखेज खुलासे सामने आए हैं। मामले के आरोपियों से हुई पूछताछ में पता चला है कि दोनों आरोपियों ने बच्ची को करीब 45 मिनट तक बुरी तरह से प्रताडि़त किया था। इतना ही नहीं बच्ची के बेहोश हो जाने और खून से लथपथ हो जाने के बाद भी दूसरा आरोपी प्रदीप उसके साथ रेप करता रहा। पुलिस ने बताया कि खून जब अधिक बहने लगा तो दोनों में से एक ने गला दबाकर मारने की कोशिश की तो दूसरे ने बहते खून को रोकने के लिए कैंडल और बोतल का इस्तेमाल किया।

पुलिस से हुई पूछताछ में प्रदीप ने बताया है कि उसने बच्ची के बेहोश हो जाने के बाद भी उससे रेप किया। उसने बताया कि बच्ची बहुत डरी हुई थी और बार-बार सहायता के लिए आवाज लगा रही थी। ऐसे में मनोज ने उसकी बड़ी बेरहमी से पिटाई की और बेहोश हो गई। लेकिन इस हालत में भी वह नहीं रुका और बच्ची से रेप किया।

प्रदीप ने बताया कि बच्ची के शोर मचाने से वह तंग आ गए थे लिहाजा वह दोनों बच्ची को जान से मार देना चाहते थे। इसीलिए उन्होंने बच्ची का गला घोट दिया था। ब्लेड से उसके गले को रेतकर मारने की भी कोशिश की। उसको मरी हुई समझकर वह दोनों कमरे का ताला लगाकर सीधे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे और वहां से छपरा के लिए ट्रेन में सवार हो गए। जिसके बाद मनोज पहले प्रदीप को अपनी ससुराल ले गया फिर वहां से प्रदीप अपने मौसा के यहां चला गया।

पुलिस से हुई पूछताछ में मनोज ने बताया कि उसने इस घटना की जानकारी अपनी पत्नी को भी दी थी। मनोज ने अपनी पत्नी को दी जानकारी में इस घटना के लिए पूरी तरह से प्रदीप को जिम्मेदार ठहराया था। जानकारी में यह भी बात सामने आई है कि पीड़ित बच्ची से मनोज की पत्नी की एक बार दिल्ली आने के दौरान मिल चुकी थी। पुलिस की जांच में इस बात की पुष्टि भी हुई है कि बच्ची से दोनों आरोपियों ने रेप किया था। वहीं पारिस्थितिक जन्य साक्ष्य और कमरे में मिले खून और कपड़ों से भी इस बात की पुष्टि होती है।

मंगलवार को पुलिस ने प्रदीप को अतिरिक्त सत्र न्यायलय में पेश किया गया, जहां से आरोपी को 27 अप्रैल तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। इससे पहले प्रदीप को बिहार की निचली अदालत से ट्रांजिट रिमांड मिलने पर दिल्ली लाया गया था।

प्रदीप को पुलिस ने लखीसराय से गिरफ्तार किया था। इस मामले में पुलिस पहले से ही उसके रिश्तेदारों के भी फोन पर निगाह रखे थी, जिसकी जानकारी प्रदीप और उसकी पत्नी को नहीं थी। पुलिस को मनोज के फोन नंबर की जानकारी उस फैक्टरी से मिली थी जहां वह पहले काम करता था। इसके आधार पर ही दोनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ सके। बुधवार को पुलिस इस मामले के दोनों आरोपियों का सामना करवाकर सच सामने लाने की कोशिश करेगी।

वहीं मनोज को आज ही अतिरिक्त सत्र न्यायलय में पेश किया जाएगा। जांच के दौरान मनोज के कमरे से दो पॉर्न सीडी बरामद की गई हैं। सूत्रों के मुताबिक 15 अप्रैल घटना वाले दिन सीडी देखने के लिए मनोज डीवीडी प्लेयर किराए पर लेकर आया था। इसके बाद दोनों आरोपियों ने शराब पी और चॉकलेट के बहाने से बच्ची को कमरे के अंदर लाकर उसके साथ रेप किया।

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