नई दिल्ली। वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने के प्रश्न से बचने की कोशिश करते हुए कहा है कि उनकी ऐसी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है और वह पार्टी के लिए काम करना पसंद करेंगे। यह बात चिदंबरम ने द इकोनामिस्ट्स इंडिया समिट में पूछे गए प्रश्नों में कही। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के कार्यकर्ता बना रहना पसंद करेंगे।
इस दौरान जब पूछा गया कि 2014 के आम चुनाव के बाद प्रधानमंत्री बनने पर वे किसे वित्त मंत्री चुनना पसंद करेंगे, तो चिदंबरम ने कहा कि उनकी प्रधानमंत्री बनने की न तो कोई ऐसी महत्वाकांक्षा है और न ही उम्मीद। उन्होंने कहा कि जब वे प्रश्न के पहले हिस्से से इन्कार कर रहे हैं, तो ऐसे में इसके दूसरे हिस्से का औचित्य ही नहीं है। हालांकि वह उपस्थित जनों व अन्य को अगले प्रधानमंत्री का नाम सुझा सकते हैं।
चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने अभी तक पार्टी में बड़े स्तर पर कार्य नहीं किया है। वह थोड़े समय के लिए सिर्फ राज्य स्तर पर महासचिव के रूप में रहे हैं। ऐसे में सिद्ध करना चाहते हैं कि वह पार्टी स्तर पर भी काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें आशा है कि पार्टी उन्हें यात्रा, पढ़ने व लिखने का अवसर प्रदान करेगी।