जैसलमेर / मरु महोत्सव के दूसरे दिन डेडानसर मैदान मे सीमा सुरक्षा बल द्वारा प्रस्तुत किया गया ऊँटों के विभिन्न हैरतअंगेज करतबों वाले ‘‘केमल टैटू शो‘‘ ने दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। सीमा सुरक्षा बल के प्रहरियों द्वारा ऊंट के विभिन्न रोमांचकारी करतबों को प्रस्तुत कर मरु भूमि एवं सीमाओं की सुरक्षा में इस मूक पशु रेगिस्तान जहाज ने अपनी महत्ता से अवगत करा दिया।
टैटू शो समारोह में राष्ट्रीय मानवाधिकार केे विषेष रेपोटर अजय कुमार ,महानिरीक्षक पुलिस रैंज जोधपुर सुनीलदत ,, जिला कलक्टर एन.एल.मीना,, उप महानिरीक्षक बीएसएफ अमित लोढ़ा , बी.एस.राजपुरोहित , एयर कमाण्डोर चंद्रमोली सेवा निवृत आई.ए.एस.अजयकुमार सिंह ,,अतिरिक्त जिला कलक्टर मानाराम पटेल ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के.सी.यादव ,उपखण्ड अधिकारी गजेन्द्रसिंह चारण ,सहायक निदेषक विनोद पंडया के साथ ही आर्मी व बीएसएफ के अधिकारी , मेला व्यवस्थाओं से जुड़े अधिकारीगण एवं भारी संख्या में देशी-विदेशी सैलानी उपस्थित थे।
सीमा सुरक्षा प्रहरियों का साथ दिया रेगिस्तान जहाज ने
केमल टैंटू शो में उपसेमादेष्टा कमल सिंह चौधरी़ के नेतृत्व में सीमा प्रहरियों का रेगिस्तान के जहाज ऊंट ने सच्चे साथी का साथ निभाने का सचित्र प्रदर्शन कर दर्शकांे को अचम्भित कर दिया।
कैमल टैंटू शो के अवसर पर विश्व का एक मात्र केमल माउण्टेण्ड बैण्ड एवं इसकी मधुर धुनों पर प्रशिक्षित ऊंटों ने जो करतब दिखाये वे बहुत ही आकर्षित रहे। राजस्थानी गीतो की धुनों पर ‘‘आओ नी पधारो म्हारे देश‘‘ पर ऊंटों की टोली ने आकर्षक मार्चपास्ट किया तथा अतिथियों को सलामी मंच के सामने सलामी देते हुए गुजरे।
बैण्ड मास्टर के नेतृत्व में राजस्थानी लोकगीत की मधुर धुन पर ‘‘ढोला-ढोल मंजीरा बाजे रे‘‘ ‘‘बन्ना रे बागों में झूला झूलया म्हारी बन्नी ने झूलण दीजे गैन गजरा , म्हारे लहरिये रा नौ सौ रुपया रोकड़ा ,म्हाने लायो दी नी ं‘‘ ‘‘सागर जानी भरने जाऊ, नजर लग जावे‘‘ ‘‘म्हारी घूमर छै नखराली घूमर रमवा मै ज्यासू‘‘ पर कैमल म्युजिक राईट का प्रदर्शन किया।
ऊंटों पर एक्रोबैट्स
टैंटू शो में सीमा प्रहरियों ने दौड़ते हुए ऊंट पर सवार खड़ी पोजीशन में सैल्यूट दिया वही दौडते हुए ऊॅट पर मयूर पोजीशन, मच्छी पोजिशन का अद्भूत प्रदर्शन कर दर्शको का मन मोह लिया।
सीमा प्रहरियों द्वारा फोरमेशन प्रदर्शन
केमल टैंटू शों में सीमा प्रहरियों ने छः-छः की पंक्ति, 12-12 ऊॅटों की क्रॉसिंग, डाईगनल फोरमेशन, शक्कर पारा फोरमेशन करने, चक्रव्यूह लहरिया, चौराहा, पीपल के पत्ते के फोरमेशन की प्रस्तुति ने दर्शकांे को आश्चर्य चकित कर दिया।
पीटी प्रदर्शन
केमल टैंटू शो में सीमा प्रहरियों ने लेटे हुए ऊॅटो में पीटी का आकर्षक प्रदर्शन किया।
टैंटू शो में जोकर एवं पणिहारी की प्रस्तुति भी रौचक रही एवं जोकर के करतबों को देखकर दर्शक अपनी हंसी रोक नही सके।
बी.ओ.पी आक्रेस्ट्रा का मनोरंजन प्रदर्शन , सीमा प्रहरियों के मनोरंजन का जीवंत प्रदर्षन
शो में बल के लतीफ खां लंगा एवं उनके साथियों ने घरों में उपयोग में आने वाले जरीकन चायपत्ती के खाली डिब्बे, बाल्टी, थाली, मंगा, पाउडर के खाली डिब्बे, बेलचा, गैती, बैलचा इत्यादि वाद्य यंत्रों का उपयोग लेते हुए देश भक्ति गीत ‘‘हम तो सीमा के प्रहरी है, फीदा इस पर हो जायेंगे‘‘ ‘‘ए वतन हमको तरी कसम, तुज पर जान लुटायेगे‘‘,’’ चला-चला रे डलेवर गाडी होले-होले इंजन की सीटी में म्हारो मन डोले ’’, फिल्मी गीत ’’ चाहिए थोड़ा प्यास ’’प्रस्तुत कर दर्शकांे की वाहवाही लूटी। पूरा पूनम स्टेडियम इनकी प्रस्तुती पर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इन सीमा प्रहरियों ने यह दिखा दिया कि वे किस प्रकार सीमा पर अपना मनोरंजन करते हैं।
ये थे उपस्थित
इस अवसर पर सहायक निदेषक विकास पण्ड्या, सहायक पर्यटन अधिकारी खेमेन्द्र सिंह जाम, चीमाराम प्रजापत, उपअधीक्षक पुलिस सोहनराम विष्नोई के साथ ही हजारों की संख्या में दर्शकगण, सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी एवं जवानों के साथ ही विदेशी सैलानियो ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई एवं इस हैरत अंगेज रेगिस्तानी जहाज के करतबों को उत्साह के साथ देखा तथा इन कार्यक्रमों को अपने कैमरों में कैद किया। कार्यøम का संचालन आकाषवाणी के उद्धोषक जफरखान सिंधी ने बहुत ही सुंदर तरीके से किया जिसकी भी वाहवाही हुई।