राहुल ने किया देवली से चुनाव प्रचार का श्रीगणेश

rahulकांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को राजस्थान के टोंक जिले से लोकसभा चुनाव प्रचार का श्रीगणेश किया। देवली कस्बे में आयोजित जनसभा में मात्र सात मिनट के अपने संबोधन में उन्होंने दावा किया कि संप्रग सरकार ने पिछले दस सालों में गरीबी रेखा से ऊपर और मध्यम वर्ग से नीचे जीवन यापन कर रहे करीब 70 करोड़ लोगों को एक नए वर्ग में लाने का काम किया है। उन्हें विभिन्न माध्यमों से रोजगार दिया है। एक बार फिर उन्होंने भाजपा को भ्रष्टाचार में नंबर वन पार्टी करार दिया। इस दौरान सभा में बेरीकेटिंग टूटने से भगदड़ मच गई। आपस में भिड़े कांग्रेस कार्यकर्ताओं को शांत कराने पहुंचे पुलिसकर्मियों को भी उनके आक्रोश का सामना करना पड़ा। अफरातफरी के बीच राहुल को अपना भाषण तय समय से पहले ही समाप्त कर लौटना पड़ा। टोंक सवाई माधोपुर लोकसभा क्षेत्र में आयोजित सभा में कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि ‘कांग्रेस ने एक दशक में 15 करोड़ लोगों को गरीबी की रेखा से निकालकर अधिकार की राजनीति की और उन्हें भोजन, रोजगार और शिक्षा का अधिकार दिया। हमने चौकीदार, टैक्सी चालक और बढ़ई समेत ऐसे लोग जो देश को चलाते हैं, जिनकी संख्या करीब 70 करोड़ है, में एक नया वर्ग तलाशा है।’ सभा के दौरान धौलपुर-करौली संसदीय क्षेत्र से आए कई लोगों ने वर्तमान सांसद खिलाड़ी लाल बैरवा को फिर से टिकट नहीं देने की मांग को लेकर हाथों में बैनर ले रखे थे। नारेबाजी के बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दो गुट आपस में भिड़ गए। वरिष्ठ नेताओं द्वारा बार-बार समझाने के बावजूद कार्यकर्ताओं पर कोई असर नहीं हुआ। पुलिस ने किसी तरह उपद्रव पर नियंत्रण पाया। जनसभा में कांग्रेस महासचिव गुरुदास कामत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद रहे।

1 thought on “राहुल ने किया देवली से चुनाव प्रचार का श्रीगणेश”

  1. छह मिनट में हो गया सब कुछ,भा जपा को कोस लिया वह तो ठीक पर कोसते तो ढंग से.देर से इन्तजार कर जो भाषण सुना कुछ भी तो नहीं था.वही राग जो सब जगह गा गा कर आ रहे हैं.सब जगह वे यह जरुर कहते हैं कि भा ज पा को अपने राज्यों का भ्रष्टाचार दिखाई नहीं देता.सुन कर हंसी भी आती है और खिन्नता भी. मतलब कि वे इस बात को स्वीकार कर भ्रष्टाचार कांग्रेस राज्यों में भी होने व उसे जायज मानने को तैयार हैं.उसे मिटाने की बात वे नहीं करते कि कैसे वे इसे समाप्त करेंगे या नहीं करेंगे.उनका भाषण सुन व देखकर लगता है कि वे बहुत जल्दी में थे,उन्हें रास्ते से जबरन पकड़ कर लाया गया हो और खाना पूर्ती कर दी गयी हो.छह मिनट के अर्थविहीन भाषण को सुनने के लिए लोगों का कितना समय व धन बर्बाद हुआ? कितनी निराशा हुई होगी इसका अंदाज लगाना सहज ही है. आखिर सारे श्रोता तो पैसे देकर व धो कर लाये नहीं गए थे.एक भावी प्रधान मंत्री से जनता को कुछ उम्मीद होती है वे सुनना चाहते हैं कि उनका क्या विज़न है वे क्या सोच रखते हैं. इस बात का पूर्ण अभाव खटकता रहा. केवल देवली में ही ऐसा नहीं हुआ सब जगह यही देखने सुन ने को मिल रहा है, ऐसे में जनता से कांग्रेस क्या अपेक्षा रखती है.आखिर राहुल अब नौसिखिए भी नहीं यू पी व बिहार में दो जगह वे राज्य विधान सभाओं के प्रभारी रह अभियान चला चुके हैं.भला ऐसे अनाड़ी को देश की सत्ता संभलाने की गलती जनता न करे क्योंकि अब देश का वोटर बहुत समझदार हो गया है, पहले जैसा नहीं नहीं कि कांग्रेस उल्टा सीधा प्रचार कर धर्म व जाति के आधार पर वोट ले जीत जाति थी.हालाँकि आज भी यह फेक्टर काम करता है पर केवल ये नही.

Comments are closed.

error: Content is protected !!