झुंझुनु / इसांफ के लिए 8साल तक दर-दर की ठोकरें खाने के बाद गुलाब मेघवाल ने अपनी
तथा अपने परिवार की इच्छा मृत्यु की मांग प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति से
की.आखिर क्युं ?
खुद पढिए गुलाब मेघवाल की जुबान से-
2006 में हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड खेतड़ी नगर की भेदभाव पूर्ण नीति के
कारण जबरन समय से पूर्व मुझे रिटायर कर दिया गया.पिछले आठ साल से न्याय
के लिए हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड ,केन्द्रीय खान मंत्रालय व न्यायपालिका
के चक्कर लगा कर थक चुके है पर आजतक न्याय नही मिला. अब मेरे पास मुकदमा
लड़ने के लिए पैसे नही है,क्युंकि मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब
है तथा मेरी खुद की तबियत खराब रहती है और परिवार में सभी बेरोजगार हैं।
इस वजह से मैं परिवार वालों की परवरिस करनें मैं असमर्थ हुं.
केसीसी के कुछ अधिकारी जान बुझकर चक्कर लगवा रहे हैं। हिन्दुस्तान कॉपर
लिमिटैड ने 2006से 2009 के दौरान लगभग दस कर्मचारियों को न्यायलय में
राजीनामा करके पुनः सेवा में रख लिया.पर मुझे न्याय नही मिला. क्योंकि
में मेघवाल(एससी वर्ग)जाति का हुँ। इस प्रधानमंत्री जी व राष्ट्रपति
न्याय नही दे सकते तो इच्छा मृत्यु दें देवे.
-नोरतराम लोरोली