किरण माहेश्वरी की अध्यक्षता में ‘ग्रुप आॅफ मिनिस्टर्स’ की बैठक

kiranजयपुर, 21 दिसंबर। ‘मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान’ में धार्मिक ट्रस्टों, संस्थानों और अधिकतम जन सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए सोमवार को शासन सचिवालय में जलदाय मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी की अध्यक्षता में ‘गु्रप आॅफ मिनिस्टर्स’ की बैठक आयोजित की गई।
श्रीमती किरण माहेश्वरी ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान’ 26 जनवरी से पूरे प्रदेश भर में शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल का संरक्षण किसी पुण्य या धार्मिक काम से कम नहीं है। इस सोच को और मजबूत करने के लिए सरकार धार्मिक गुरुओं, ट्रस्टों और संस्थाओं को जोड़ने का काम कर रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की सहभागिता सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि इस पुनीत काम में हम आर्ट आॅफ लिविंग के प्रणेता श्रीश्री रविशंकर, बाबा रामदेव, दाती महाराज, साध्वी ऋतंभरा आदि जैसे कई धर्मगुरुओं और संस्थानों से सहयोग लेने की योजना बना रहे हैं।
श्रीमती माहेश्वरी ने कहा कि इस अभियान के तहत राज्य की लगभग सभी पंचायतों से 3 हजार गांवों का चयन किया गया है। दूसरे चरण में 6-6 हजार गांवों को इससे जोड़ा जाएगा। इस अभियान के जरिए सभी गांवों को जल के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह अभियान हर आमजन के हित और आने वाले कल को जल के मामले में आत्मनिर्भर बनाने वाला होगा।
राजस्व मंत्री श्री अमराराम चैधरी ने कहा कि यह अभियान तभी सफल होगा आम से लेकर खास हर व्यक्ति इससे जुड़े। इस दौरान उन्होंने गांवों की परंपरा ‘समंदर हिलोरे’ का जिक्र किया, जिसके जरिए ग्रामीण महिलाएं अपने स्तर पर जल संरक्षरण का प्रयास करती हंै। उन्होंने कहा कि हमें पानी का सरंक्षण तो करना ही होगा साथ ही इस अभियान में भी आमजन को बढ़-चढ़कर अपनी हिस्सेदारी दिखानी होगी।
गौ पालन एवं देवस्थान विभाग मंत्री श्री ओटाराम देवासी ने कहा कि जल स्वावलंबन अभियान को जन-जागरण अभियान के बनाने लिए हर स्तर पर प्रयास करने होंगे। श्रमदान से लेकर, ट्रेक्टर, जेसीबी, ट्रक लगाकर भी आमजन अपना योगदान दे सकता है। उन्होंने कहा कि जो धार्मिक संस्थाएं समाज कल्याण में लगी हुई हैं, उन्हें इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। आज के समय में जल संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता लाना सबसे बड़ी जनसेवा होगी। बैठक में संबंधित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

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