बाड़मेर 17 जुलाई प्रवीणसिंह आगौर ने बताया कि आगौर कुड़ला षिवकर गांवों की जमीन लिग्नाईट परियोजना के नाम पर 2012 में अवाप्त की गयी। अभी तक सरकार द्वारा मुआवजा नहीं दिया गया इसलिए किसानों की एक ही मांग या तो जमीन का मुआवजा दिया जाए या फिर जमीन को अधिग्रहण मुक्त किया जाए लेकिन पिछले 4 महिने में 7 बार ज्ञापन देने के बाद भी सरकार ने कोई संतुष्टीकरण जवाब नहीं दिया इसलिए किसानों के सामने एक मात्र रास्ता बचता है आन्दोलन का। 18 जुलाई सोमवार से किसाना आन्दोलन बनाने के लिए आज किसान संघर्ष समिति ने बाडत्रमेर शहर के पास पास के गांवों में पेम्पलेट और पीले चावल बांटकर लोगों से आन्दोलन से जुड़ने की अपील की और आन्दोलन में भागीदारी बनाने के लिए एक सलाहकार समिति बनायी गयी है इस समिति में मेजर पर्वतसिंह रामसिंह बोथिया, प्रकाष माली उतरलाई, भलाराम भुरटिया, बाबूसिंह महाबार, छेलसिंह लूणू, नारायण बृजवाल को शामिल किया गया है।
प्रवीणसिंह आगौर
मो. 9982051999