एनआरसीसी का कालासर गांव में स्वच्छ भारत अभियान

7बीकानेर 6 अक्टूबर । भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र द्वारा गुरूवार को कालासर गांव में स्वच्छ भारत अभियान का कार्यक्रम आयोजित किया गया। केन्द्र द्वारा दिनांक 01 अक्टूबर से प्रारम्भ हुए स्वच्छ भारत अभियान के इस विशेष स्वच्छता पखवाड़े में मेरा गांव मेरा गौरव योजना के तहत गोद लिए गए अपने गांव कालासर के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय में ‘उष्ट्र पालन एवं शुद्ध दूध उत्पादन‘ संवाद कार्यक्रम, स्कूली बच्चों की चित्राकला प्रतियोगिता, विद्यालय परिसर में केन्द्र कार्मिकों एवं कालासर गांव के किसानों द्वारा संयुक्त साफ-सफाई अभियान, उष्ट्र के विभिन्न पहलुओं से जुड़ी प्रदर्शनी आदि गतिविधियां आयोजित की गई। वहीं बच्चों को ऊंटनी के सुगन्धित दूध उत्पाद का रसास्वादन करवाया गया। किसानों हेतु ‘संवाद कार्यक्रम‘ में कालासर, लाखुसर व संवाईसर के करीब 70 से अधिक किसान पुरूष व महिलाओं ने भाग लिया वहीं करीब 400 स्कूली छात्रा-छात्राओं, करीब 20 स्टाफ कर्मियों ने इस दौरान की विभिन्न गतिविधियों में शिरकत की।
इस अवसर पर केन्द्र निदेशक डॉ.एन.वी.पाटिल ने बच्चों को अपने स्कूल-कक्षा, घर-परिवार, आस-पड़ौस आदि के परिसर में स्वच्छता रखने का महत्व समझाया वहीं उन्होंने किसानों एवं पशु पालकों के साथ संवाद कार्यक्रम में कृषि एवं पशुपालन व्यवसाय में भी साफ-सफाई को तरजीह देने की बात कही तथा कहा कि किसान, पशुपालन व खेती से प्राप्त गोबर, खरपतवार आदि अपशिष्ट व अवशेष पदार्थां से अन्य प्रांतों के किसानों की तरह कम्पोस्ट तैयार कर इनका बेहतर उपयोग सीखें, यह पशु व मानव स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने तथा पर्यावरण को शुद्ध रखने में मददगार होगा। डॉ.पाटिल ने कालासर गांव के किसानों से अपील की कि यह गांव उष्ट अनुसंधान केन्द्र की मेरा गांव मेरा गौरव योजना के अंतर्गत अंगीकृत है तथा यहां के किसान खेती, पशुपालन आदि से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या के निराकरण हेतु केन्द्र से बिना किसी संकोच के सम्पर्क करें। उन्होंने पशुओं से शुद्ध दूध उत्पादन लेने पर जोर देते हुए इसके प्रसंस्करण व मूल्य संवर्धन के संबंध में कहा कि ग्रामीण सामूहिक रूप से गाय, भैंस, ऊंटनी के दूध का गुणवत्तापूर्ण व मूल्य सवंर्धित प्रमाणिक उत्पाद तैयार करें क्योंकि राजस्थान में इस प्रकार के व्यवसाय की प्रबल संभावनाएं हैं। साथ ही किसान जागरूक बन राज्य सरकार द्वारा पशुओं के कल्याणार्थ चल रही योजनाओं का भी लाभ उठाएं।
इस अवसर पर केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक व कार्यक्रम समन्वयक डॉ.आर.के.सावल ने बच्चों को ‘प्रदूषण‘ व ‘कूड़ादान‘ पर अपनी स्वरचित कविताओं के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया। वहीं केन्द्र के स्वच्छ भारत अभियान के नोडल अधिकारी वी.के.पान्डे ने केन्द्र के स्वच्छता अभियान व अन्य गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ.राघवेन्द्र सिंह एवं डॉ.सुमन्त व्यास, कालासर गांव की स्कूल के प्रधानाचार्य अरविन्द शर्मा तथा लाखुसर के जेठाराम ने भी अपने विचार रखे। साथ ही कई ग्रामीणों ने खेती व पशुपालन व्यवसाय के प्रौन्नत हेतु अपनी समस्याएं रखी जहां उचित सलाह व जानकारी से उन्हें संतुष्ट किया गया।
स्वच्छ भारत अभियान के इस मौके पर स्कूली बच्चों को स्वच्छता के जागरूक बनाने के प्रयोजनार्थ चित्राकला प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें कक्षा 1 से 5 वीं तक के प्रथम समूह ने प्रथम स्थान हासिल किया वहीं द्वितीय स्थान पर कक्षा 9 वीं से 12 वीं तक के छात्रा रहे। तृतीय स्थान पर कक्षा 6 से 8 वीं के छात्रा रहे। विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया वहीं केन्द्र के कालासर गांव की स्कूल में चलाए गए स्वच्छता अभियान में सक्रिय सहयोग हेतु ग्रामीणों को पारितोषिक वितरित किए गए।

mohan thanvi

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