जेएनयू छात्र नजीब अहमद के लापता होने के मामले में विरोध प्रदर्शन

img-20161028-wa0339img-20161028-wa0341कोटा, 28 अक्टूबर । सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इण्डिया SDPI की कोटा इकाई की और से सर्किट हाउस से जिला कलेक्ट्रट तक रैली निकालकर विरोध प्रदशर्न कर महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम जिला कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन प्रस्तुत कर जेएनयू छात्र नजीब अहमद के लापता होने पर उसकी अतिशीघ्र बरामदगी एवं इस प्रकरण की उच्चस्तरीय व निष्पक्ष जांच के आदेश पारित करने की मांग की।
एसडीपीआई के प्रदेश उपाध्यक्ष मो. रिजवान खान ने संबोधित करते हुए कहा कि गत दिनांक 14 अक्टूबर को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ABVP के कार्यकर्ताओं ने JNU के एमएससी बायोटैक के प्रथम वर्ष के छात्र नजीब अहमद पर उसके हॉस्टल माही माण्डवी के कमरे में घुसकर हॉस्टल वार्डन की मौजूदगी में जानलेवा हमला किया लेकिन उसके बावजूद भी वार्डन द्वारा हमलावरों के विरूद्ध किसी प्रकार की अनुशासनात्मक या क़ानूनी कार्यवाही नहीं की गई। नजीब अहमद को सफदरगंज अस्पताल में चिकित्सा के बाद फिर दोबारा उनके हॉस्टल के असुरक्षित कमरे में पहुंचा दिया गया और राजनीतिक दबाव के चलते हमलावरों के विरूद्ध कार्यवाही न करके नजीब अहमद के ही विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की गई। मां को फोन करके बुलाने पर नजीब की मां फातमा नफीस हॉस्टल पहुंच गइंर्, लेकिन नजीब अहमद न तो कमरे में मिला और ना ही उसके बारे में कोई संतोषजनक सूचना प्राप्त हुई। 15 अक्टूबर से अब तक नजीब लापता है परन्तु विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस पूरी तरह से उदासीन है और पक्षपातपूर्ण रिपोर्ट बनाकर इस प्रकरण को टाल रहे हैं।इस सम्बंध में विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा अधूरी व पक्षपातपूर्ण रिपोर्ट के विरोध में JNU Teacher’s Association ने भी अपनी घोर आपत्ति जताई है। नजीब अहमद को लेकर JNU के छात्रों में बहुत रोष व्याप्त है तथा उनका परिवार घोर असमंजस्य के दौर से गुज़र रहा है। इस प्रकरण ने अब एक उग्र रूप ले लिया है क्योंकि JNU प्रशासन और पुलिस से लोगों का विश्वास उठ गया है। JNUमें प्रतिदिन अप्रत्याशित घटनाएं हो रही हैं तथा सत्ताधारी दल से सम्बंधित लोग विश्वविद्यालय के वातावरण में भय तथा असुरक्षा पैदा कर रहे हैं।
जिलाध्यक्ष जफर चिश्ती ने कहा कि जेएनयू सहित कई अन्य विश्वविद्यालयों में भी पूर्व में भी इसी तरह की कई घटनाए हो चुकी है इन घटनाओं की दुबारा पुनरावृति ना हो इसीलिए SDPI को महामहिम महोदय से इस ज्ञापन के द्वारा सम्पर्क करने की आवश्यकता पड़ी है ताकि महामहिम उक्त प्रकरण में उच्चस्तरीय व निष्पक्ष जांच के आदेश पारित कर सकें और नजीब अहमद की अतिशीघ्र बरामदगी सम्भव हो सके।

फ़िरोज़ खान
बारां

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