छपे हुए शब्दों की महत्ता आज भी गांव-गांव तक-गहलोत

जयपुर। मुख्यमंत्राी अशोक गहलोत ने कहा कि आज भी लिखे हुए शब्दों की महत्ता गांव-गांव तक है, ऐसे में इसी भावना के अनुरूप पत्राकारों को कलम चलानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव होगा जब पत्राकार सच्चाई के साथ अपनी बात लिखें।
श्री गहलोत रविवार को यहां पिंकसिटी प्रेस क्लब के 21वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्हें देश के अनेक प्रेस क्लबों में जाने का अवसर मिला और वह दावे के साथ कह सकते हैं कि जयपुर का प्रेस क्लब देश में किसी से भी कम नहीं है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के पत्राकारों का विशिष्ट स्थान रहा है। पत्राकारों ने आजादी के वक्त से कलम के माध्यम से आजादी के आन्दोलन को आगे बढ़ाया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, राजस्थान केसरी श्री जयनारायण व्यास सहित अनेक लोगों ने देश की आजादी के आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। हमें उन परम्पराओं को आगे बढ़ाना है जिससे कि अच्छे साहित्यकार और पत्राकार बने।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि वे हमेशा अच्छे पत्राकार बनाने के लिए प्रशिक्षण और पाठ्यक्रम की चर्चा करते रहते हैं। राज्य सरकार ने इसी उद्देश्य से जयपुर में हरदेव जोशी पत्राकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय की स्थापना की है। इस विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में वरिष्ठ पत्राकार श्री सन्नी सेबेस्टियन को कुलपति बनाया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार इस विश्वविद्यालय के सफल संचालन के लिए हर संभव सहयोग व समर्थन देगी।
पत्राकार-साहित्यकार कल्याण की चर्चा करते हुए श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने पिछले शासनकाल के दौरान अपनी तरफ से पहल करते हुए पत्राकार-साहित्यकार कल्याण कोष की स्थापना की जिससे सभी को सहयोग मिल रहा है। उन्होंने आह्वान किया कि पत्राकार-साहित्यकार सुझाव दें जिससे इस कोष और बेहतर तरीके से संचालित किया जा सके।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अधिकृत पत्राकारों के लिए मेडिक्लेम पॉलिसी की राशि एक लाख रुपये से बढ़ाकर दो लाख रुपये की है, इसी तरह मेडिक्लेम एवं दुर्घटना समूह बीमा सुविधा की राशि का अंशदान 75 प्रतिशत से बढ़ाकर 90 प्रतिशत किया है।
उन्होंने कहा कि पत्राकारों को भूखण्ड देने का काम जल्दी पूरा हो इसके प्रयास किये जायेंगे। इस संदर्भ में गठित समिति के सदस्य जो भी निर्णय करेंगे उसके अनुसार भूखण्ड दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि पात्रा पत्राकार को भूखण्ड मिले तथा वह अपने हक से वंचित नहीं रहे। उन्होंने इस अवसर पर पत्राकारों एवं उनके परिवारजन को हार्दिक शुभकामनाएं दी।
समारोह के विशिष्ट अतिथि सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्राी डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि लोकतंत्रा में पत्राकारिता एवं पत्राकारों की अहम् रही है। राज्य सरकार ने सदैव ही आगे बढ़कर पत्राकारों को सहयोग किया है। उन्होंने राज्य सरकार के पिछले कार्यकाल का स्मरण करते हुए कहा कि तब राज्य में पत्राकार कल्याण कोष, आरक्षित दर पर भूखण्ड उपलब्ध करवाने, पत्राकार बीमा योजना जैसे कदम उठाये गये थे जिनकी चर्चा जब दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्रियों के सम्मेलन में की गई तब तत्कालीन प्रधानमंत्राी ने राजस्थान सरकार की इन योजनाओं की सराहना करते हुए पत्राकारों के लिए ऐसी ही योजनाएं लागू करने के निर्देश दिए थे।
डॉ. सिंह ने कहा कि राज्य सरकार आम आदमी की भलाई एवं जनकल्याण के उद्देश्य से महत्वपूर्ण परियोजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है। पत्राकार सरकार के कशीदे नहीं पढ़े लेकिन जनहित की इन योजनाओं की जानकारी अंतिम छोर तक बैठे आदमी तक पहुंचाने में सहभागी जरूर बने, जिससे आमजन तक यह जानकारी पहुंचे कि सरकार उनके लिए क्या कर रही है। उन्होंने राज्य सरकार के फ्लेगशिप कार्यक्रमों की जानकारी आमजन तक पहुंचाने की अपील की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पत्राकारों को भूखण्ड देने के काम को जल्दी ही पूरा कर लिया जायेगा। डॉ. सिंह ने कहा कि पत्राकार अपनी कलम से न्याय की देवी को याद कर जो सही है उसे सबके सामने लायें।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए पूर्व सांसद श्री रामदास अग्रवाल ने कहा कि समय के साथ जिस तरह मीडिया की महत्ता और आवश्यकता बढ़ती जा रही है, वह उसी के अनुरूप कार्य करें।
समारोह की शुरूआत में पिंकसिटी प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री किशोर शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए पत्राकारों-साहित्यकारों के लिए राज्य सरकार के सहयोगात्मक रूख की प्रशंसा की। उन्होंने पत्राकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में वरिष्ठ पत्राकार श्री सन्नी सेबेस्टियन, वरिष्ठ पत्राकार श्री एम. यासीन को प्रेस
सलाहकार तथा श्री वेद व्यास को राजस्थान साहित्य अकादमी का अध्यक्ष नियुक्त करने पर मुख्यमंत्राी का आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर पिंकसिटी प्रेस क्लब की ओर से पत्राकारिता के क्षेत्रा में महत्वपूर्ण सेवाएं देने के लिए वरिष्ठ पत्राकारों, प्रेस क्लब के पूर्व पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। इसके तहत प्रत्येक सम्मानित पत्राकार को मुख्यमंत्राी एवं मंचस्थ अतिथियों द्वारा माल्यार्पण कर, साफा पहनाया गया, शॉल ओढाया गया, ट्रॉफी तथा स्मृति चिन्ह प्रदान सम्मानित किया गया। इसके तहत हरिदेव जोशी विश्वविद्यालय के कुलपति श्री सन्नी सेबेस्टियन, लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड सर्वश्री सीताराम झालानी, विष्णु शर्मा ‘‘अरूणेश’’, सियाराम दूबे को प्रदान किया गया।
प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष श्री एल.एल. शर्मा, उपाध्यक्ष श्री फूलचन्द बिलौनिया, महासचिव सर्वश्री पंकज सोनी, नीरज मेहरा को भी अतिथियों द्वारा उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरूआत में लब्धप्रतिष्ठित मोहन वीणा वादक पं. विश्व मोहन भट्ट ने राग विश्व रंजिनी प्रस्तुत किया। उन्होंने श्रृंगार व करूण रस का समावेश करते हुए विलम्बित एवं दु्रत ताल में शानदार प्रस्तुत दी। उनके साथ तबले पर पं. रामकुमार मिश्र तथा पखावज पर पं. प्रवीण आर्य ने संगत की। इस अवसर पर मुख्यमंत्राी एवं अतिथियों ने फोटो पत्राकारों द्वारा आयोजित प्रदर्शनी में लगाये गये चित्रों का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में 108 चित्रों का प्रदर्शन किया गया है।
इस अवसर पर विधानसभा में सरकारी उपमुख्य सचेतक श्री रतन देवासी, वरिष्ठ पत्राकार प्रवीण चन्द छाबड़ा, मिलाप चन्द डांडिया, दुष्यंत ओझा, ईशमधु तलवार सहित बड़ी संख्या में पत्राकार और साहित्यकार उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अनिता हाडा सांगवान ने किया।

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