सिन्धी अकादमी द्वारा मासिक अदबी गोष्ठी का आयोजन

जयपुर, 30 जनवरी (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी द्वारा झालाना संस्थानिक क्षेत्र स्थित कार्यालय ’’अकादमी संकुल’’ में मंगलवार, 30 जनवरी, 2018 को मासिक साहित्यिक (अदबी) गोष्ठी का आयोजन किया गया।

अकादमी सचिव ईश्वर लाल मोरवानी ने बताया कि गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार श्री लक्ष्मण भंभानी ने की। गोष्ठी में डा.खेमचंद गोकलानी ने कविता ’’किथे आ’’, कन्हैया अगनानी ने लघु कथा ’’हेमू कालानी’’, डा.हरि जे.मंगलानी ने कविता ’’ईश्वर जी दुनिया’’, हरीश करमचंदानी ने लघु कथा ’’आइन्दो सुठो आहे’’, टी0आर0शर्मा ने लेख ’’सिन्धी बोलीअ लाइ अरबी लिपि कीअं ठही?’’, भीलवाड़ा के डा0एस0के0लोहानी ’’खालिस’’ ने कविता ’’मुहिंजे घरू खां परे’, टोंक के डा0किशन चंद ने कविता ’’खुशियुनि जो भण्डार’’, रमेश रंगानी ने कहानी ’’मुहिंजो फख्र’’, रोमा चांदवानी ’’आशा’’ ने लेख ’’चिता या चिंतन, हेमन दास ने कहानी ’’मन जो बल’’, वासुदेव गेरियानी ने कविता ’’गुल’’, ज्योति ने कविता ’’देश जे खातिर’’, गोबिन्द खेमचंदानी ’’पदम’’ ने लेख ’’पाछो’’, सुन्दर तोरानी ने कविता ’’बिछडी वियो सजण मुहिंजो’’, हेमा मलानी ने संस्मरण ’’किस्सो मुहिंजे स्कूटर हलाइण सिखण जो’’, राजाराम मलानी ने कहानी ’’क्रोक’’ गोपाल ने कविता ’’मुहिंजी अम्मा अम्मड़’’, पार्वती भागवानी ने कहानी ’’पहिंजे परिवार खे कुझु हिन तरह बचाईन्दा करियो’’ बीना तोरानी ने कविता ’’वतन जा आशिक’’, डी0डी0इसरानी ने गीत ’’उमर जी संध्या’’ एवं लक्ष्मण भंभानी ने कहानी ’’वदे न मरे जोइ’’ प्रस्तुत की।

गोष्ठी में अकादमी के पूर्व सदस्य, सिन्धी भाषी साहित्यकार, पत्रकार आदि उपस्थित थे।

(ईश्वर लाल मोरवानी)
सचिव

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