पाकिस्तान से राणा हमीरसिंह व केंद्रीय मंत्री शेखावत पहुंचे तारातरा

आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानन्दगिरी महाराज व योगऋषि स्वामी रामदेव महाराज आएंगे आज
बाड़मेर।
तारातरा के ब्रह्मलीन महंत मोहनपुरी महाराज के भंडारा कार्यक्रम के निमित 5 दिवसीय संतों का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। जिसमे दूर-दूर से संत-महात्माओं सहित श्रद्धालु तारातरा पहुंच रहे। आयोजन के तीसरे दिन धर्मधरा तारातरा में भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। वहीं दर्शनों के लिए लंबी-लंबी कतारें लग गई। गुरुभक्तों ने मोहनपुरी महाराज के धूने के दर्शनों का लाभ लिया। साथ ही भण्डारे में भारी संख्या में साधु-संतों का आगमन हुआ। वहीं केंद्र सरकार के मंत्री सहित राजनीतिक हस्तियों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। मठ की ओर से स्वामी प्रतापपुरी ने सभी का स्वागत अभिनंदन किया।

सिंध-पाकिस्तान से तारातरा पहुंचे राणा हमीरसिंह व सिरोही के पूर्व महाराजा ने लिया दर्शन लाभ
मीडिया प्रवक्ता दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया कि ब्रह्मलीन महंत मोहनपुरी महाराज के भंडारे को लेकर प्रदेश-देश में उत्साह नज़र आ रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार दोपहर सिंध पाकिस्तान अमरकोट से राणा हमीरसिंह व सिरोही के पूर्व महाराजा रघुवीरसिंह तारातरा मठ पहुंचे। जहां प्रतापपुरी महाराज एवं उनके शिष्यों तथा विभिन्न संगठनों द्वारा उनका स्वागत-अभिनंदन किया गया। जिसके बाद राणा हमीरसिंह व पूर्व महाराजा रघुवीरसिंह ने मोहनपुरी महाराज के धूने के दर्शन किए। राणा ने कहा कि मोहनपुरी महाराज मालाणी के महान तपस्वी रहें। उन्होंने अपने अद्भुत पर्चों से राजस्थान ही नहीं देश-विदेशों में निवास कर रहे असंख्य लोगों को प्रभावित किया है। यही कारण है कि देश भर से गुरुभक्त इस कार्यक्रम में दूर-दूर से पहुंच रहें है। पाकिस्तान में भी उनके कई शिष्य है। उन्होंने कहा कि संतो के मार्गदर्शन से ही जीव-मात्र का कल्याण होता है। मुझे आज इस तपोभूमि में दर्शनों का लाभ मिला। इस दौरान उन्होंने महंत प्रतापपुरी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया साथ ही उनसे मुलाकात की।

केंद्रीय मंत्री शेखावत, जालोर सांसद पटेल व क्षत्रिय युवक संघ के भगवानसिंह पहुंचे तारातरा
जिले के तारातरा मठ में ब्रह्मलीन महंत मोहनपुरी महाराज के भंडारे और संत सम्मेलन कार्यक्रम के तीसरे दिन जोधपुर सांसद व केंद्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत, जालोर सांसद देवजी भाई पटेल व श्री क्षत्रिय युवक संघ के भगवानसिंह रोलसाबसर तारातरा पहुंचे। जहां उनका गुरुभक्तों व आयोजन कमेटी द्वारा स्वागत-सम्मान किया गया। सभी ने ब्रह्मलीन महंत मोहनपुरी महाराज के धूने के दर्शन किए। जिसके बाद वे कथास्थल पहुंचे। जहां मंत्री शेखावत सहित अतिथियों का स्वागत सम्मान किया गया। मीडिया प्रवक्ता दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया कि इस दौरान विभिन्न संत महात्माओं के सानिध्य में महंत प्रतापपुरी महाराज एवं केंद्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत, जालोर सांसद देवजी भाई पटेल, भगवानसिंह रोलसाबसर सहित अतिथियों द्वारा ब्रह्मलीन महंत मोहनपुरी महाराज के जीवनी पर रचित दो पुस्तकों का विमोचन किया गया। शेखावत ने कहा कि राजस्थान संत-महात्माओं व वीरों की धरती है। जहाँ समय-समय पर संतो- वीरों ने जन्म लिया और राजस्थान को विश्व भर में गौरवान्वित किया। मोहनपुरी महाराज जैसे विरले संत अहोभाग्य से किसी भूमि पर जन्म लेते है। उन्होंने कहा कि मोहनपुरी जी महाराज ने समय-समय पर यहां के लोगों का मार्ग प्रशस्त किया है।

इन्होंने भी किये दर्शन

आरएसएस के इंद्रेश जी, जैसलमेर विधायक सांग सिंह भाटी, यूआईटी चेयर पर्सन डॉ. प्रियंका चौधरी, उर्दू अकादमी चेयरमैन व राज्य मंत्री अशरफ अली खिलजी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव करणसिंह उचियारड़ा, भाजपा के जिला महामंत्री बालाराम मूंढ, चौहटन प्रधान कुंभाराम सेंवर, युवा उद्यमी आजाद सिंह राठौड़ ने मोहनपुरी के धूणे के दर्शन किये। वहीं संत-महात्माओं से आशीर्वाद प्राप्त किया। आयोजन के तीसरे दिन मोहन पुरी जी महाराज का भंडारा और मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा एवं विराट संत सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए अंतर्राष्ट्रीय जूना अखाड़ा सचिव उमा शंकर भारती महाराज, अंतर्राष्ट्रीय जूना अखाड़ा सचिव परशुराम गिरी जी महाराज, जोधपुर के हरिराम शास्त्री जी महाराज, लहर भारती आबू मंडल, पर्वत गिरी जी महाराज आहोर , कृष्ण भक्त महेंद्र सिंह राणावत गुड़ा मांगल्या, प्रेम भारती महाराज गजीपुरा, रणछोड़ भारती महाराज लेटा जालौर समेत सैकड़ों सन्त बाड़मेर के तारातरा पहुंचे हैं। वहीं 300 से अधिक नागासाधु भी यहां डेरा डाले हैं। कुल 1500 नागा साधु यहाँ पहुँचेंगे।

‘नैनी बाई रो मायरो’ कथा का समापन, भक्ति से सराबोर हुआ विशाल पांडाल
मीडिया प्रवक्ता दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया कि राजस्थान के प्रसिद्द कथा वाचक पंडित ज्वाला प्रसाद द्वारा कथा के अंतिम दिन में कृष्ण भक्ति-रस से मंत्रमुग्ध हो गए। उन्होंने बताया कि इस प्रसंग से श्रीमद्भागवत और रामायण आदि की वाणी सार्थक होती लगती है, जहाँ भगवान कहते हैं, कि वे अपने भक्तों के वश में रहते हैं। विशाल पांडाल में कथा के दौरान भजनों पर श्रोता झूमते हुए नज़र आये। वहीं आज कथा का समापन किया गया।
मायड़ भाषा मे पंडित जवालाप्रसाद ने कथा वाचन करते हुए बताया कि नैनी बाई का मायरा श्री कृष्ण ने ही एक सेठ बनके भरा और 56 करोड़ रुपये की माया अपने भक्त की लाज बचने के लिए किस प्रकार लूट दी। (श्रीरंग जी) का परिवार अवाक होकर उस सेठ को देख रहा था। सोचता था- ये कौन है? कहा से आया है? और नरसी की मदद क्यों की? नरसी से इसका क्या रिश्ता है? आखिर श्रीरंग जी ने उस सेठ (सांवरिया सेठ, श्री कृष्ण) से आखिर पूछ ही लिया “कृपा करके बताएँ आप नरसी जी के कौन लगते हैं? और नरसी जी आपके कौन लगते हैं?”उस सेठ ने उत्तर में कहा “ये जो नरसी जी हैं ना, मैं इनका गुलाम हूँ। ये जब, जैसा चाहते हैं वैसा ही करता हूँ। जब बुलाते हैं हाज़िर हो जाता हूँ। इनका हर कार्य करने को तत्पर रहता हूँ।” उत्तर सुनकर समस्त समधी परिवार हक्का बक्का रह गया।

दो पुस्तकों का हुआ विमोचन
इस दौरान विभिन्न संत महात्माओं के सानिध्य में महंत प्रतापपुरी महाराज एवं केंद्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत, जालोर सांसद देवजी भाई पटेल, भगवानसिंह रोलसाबसर सहित अतिथियों द्वारा ब्रह्मलीन महंत मोहनपुरी महाराज के जीवनी पर रचित दो पुस्तकों का विमोचन किया गया। मीडिया प्रवक्ता दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया कि जिसमे एक पुस्तक ‘मालानी के महादेव मोहनपुरी जी महाराज’ पुस्तक का लेखन बाड़मेर के वरिष्ठ पत्रकार धर्मसिंह भाटी द्वारा किया गया है। इस पुस्तक मे आस्था से जुडे हुए विभिन्न पहलुओं को सरल भाषा मे बताया गया है। वहीं तारातरा मठ की ऐतिहासिक जानकारियाँ प्रदान की गई हैं। इसमे मठ के आज तक के इतिहास महंतों और चमत्कारों के बारे मे बताया गया है। इसी तरह जैतपुरी जन कल्याण संस्थान तारतरा मठ द्वारा प्रकाशित ‘तपोभूमि तारातरा मठ- दिव्य तीर्थ’ पुस्तक का लेखन व सम्पादन डॉ. बंशीधर तातेड़ व डॉ. लक्ष्मणसिंह गड़ा ने किया है। जिसका भी लोकार्पण इस अवसर पर किया गया।

भक्ति संध्या और कवि सम्मेलन का आयोजन
गुरुवार रात भजन संध्या में राजस्थान के मशहूर कलाकारों ने संगत की। जिसमें प्रकाश माली एंड पार्टी बालोतरा, जोगभारती एंड पार्टी जालौर, शिवपुरी एंड पार्टी बालोतरा, भंवर गायणा, सुरेश लोहार व बाल कलाकार सुरेश लोहार के भजनों पर दर्शक झूमते नजर आए। वही प्रकाश माली के भजनों ने सभी श्रोताओं का मन मोह लिया। ब्रह्मलीन महंत मोहनपुरी जी के भजनों पर श्रोताओं ने झूमना शुरू कर दिया। वही गुरूभक्तों ने जमकर जयकारों की गूंज से पांडाल को गुंजायमान कर दिया।
बुधवार देर रात्रि तक भजन संध्या चलती रही भजनो के साथ साथ कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से पूरी रात श्रोताओ का मनोरंजन किया।
भंवरदान माड़वा मधुकर, रिड़मलदान भिंयाड़,दीपसिंह रणधा, राजेन्द्रदान राजन,लक्ष्मण सिंह गड़ा, मदनसिंह सोलंकिया तला, रामदान सुरा, प्रकाश गहलोत , बाल कवि सुरेन्द्रपालसिंह पनराजपुरा, मीठाखान मीर, रमेश मिर्धा, नेमाराम तारातरा सहित अन्य कवियों में अपनी कविताओं से समां बांधा।

विशाल भजन संध्या में झूम उठे श्रद्धालु
गुरुवार रात भजन संध्या में राजस्थान के मशहूर कलाकारों ने संगत की। जिसमें प्रकाश माली एंड पार्टी बालोतरा, जोगभारती एंड पार्टी जालौर, शिवपुरी एंड पार्टी बालोतरा, भंवर गायणा, रणजीत लोहार व बाल कलाकार सुरेश लोहार के भजनों पर दर्शक झूमते नजर आए। वही जोग भारती के देसी भजनों ने सभी का मन मोह लिया ब्रह्मलीन महंत मोहनपुरी जी के भजनों पर श्रोताओं ने घूमना शुरू कर दिया वही जमकर जयकारे भी लगे।

आज के कार्यक्रम
मीडिया प्रवक्ता दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया कि शुक्रवार प्रातः 10:00 बजे से सत्संग प्रारंभ होगी। जिसमें साधु-संतों द्वारा सत्संग का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जिसके बाद संत-प्रवचन होंगे, आगंतुक जनप्रतिनिधियों का स्वागत होगा तथा भामाशाहों का स्वागत भी होगा।दोपहर 12:00 बजे से 1:00 बजे शोभायात्रा निकाली जाएगी।
वहीं आयोजन मे आचार्य महामंडलेश्वर जूना पीठाधीश्वर अवधेशानन्दगिरी महाराज, पतंजलि योगपीठ हरिद्वार योगऋषि स्वामी रामदेव महाराज विशेष विमान से उत्तरलाई एयरफोर्स स्टेशन पहुंचेंगे। जहां से सड़क मार्ग द्वारा तारातरा आएंगे।
रात्रिकालीन एक शाम ‘मोहनपुरी जी के नाम’ विशाल भजन संध्या का आयोजन होगा। जिसमें राजस्थान के प्रसिद्ध भजन गायक मोइनुद्दीन मनचला, श्रीमती कुशल बारहट, गजेंद्र राव, नवरत्नसिंह रावल जोधपुर द्वारा भजनों की शानदार प्रस्तुतियां दी जाएगी। संपूर्ण भजन संध्याओं के संयोजक प्रकाश माली बालोतरा भी इस भजन संध्या में शिरकत करेंगे।

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