धर्म हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा: राजे

-प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में उमड़ा जन सैलाब, हेलीकॉप्टर से बरसाए फूल
बाड़मेर ।
मोहनपुरी महाराज के मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा एवं भंडारे कार्यक्रम में शनिवार को राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भाग लिया और कार्यक्रम में शरीक होकर मोहनपुरी के धूणे पर जाकर धोक लगाई इससे पहले मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे विशेष विमान से उत्तरलाई पहुंची और हेलीकॉप्टर से तारातरा पहुँची यहां पहुंचने पर तारातरा मठ के गादीपति प्रतापपुरी ने उनका स्वागत किया और मठ के इतिहास के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें मठ के दर्शन करवाए।
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि बाड़मेर जिला शीघ्र ही प्रदेश का चमकता हुआ सूरज बनकर उभरेगा और अपनी चमक पूरे राजस्थान पर बिखेरेगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में होने वाले सौर ऊर्जा, गैस और तेल के उत्पादन और यहां लगने वाली रिफाइनरी से पश्चिमी राजस्थान सहित पूरे प्रदेश की तस्वीर बदलेगी।
श्रीमती राजे शनिवार को बाड़मेर जिले के तारातरा मठ धाम में श्री मोहनपुरी जी महाराज की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि मोहनपुरी जी महाराज एक वचनसिद्ध योगीराज थे। उन्होंने अध्यात्म के साथ-साथ गौ सेवा और परोपकार के कार्यों को आगे बढ़ाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भी गौ सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। इस बार बजट में निराश्रित गौवंश की देखभाल के लिए हर जिले में एक नंदी गौशाला को 50 लाख रुपये के अनुदान की घोषणा की गई है। वहीं रजिस्टर्ड गौशालाओं में आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए 50 करोड़ रुपये के कार्य करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि गौशालाओं को पशु आहार के लिए तीन महीने की सहायता को दोगुना कर छह महीना किया जा रहा है। साथ ही 25 बीघा और इससे अधिक भूमि पर संचालित गौशालाओं में 100 घनमीटर या इससे अधिक क्षमता के बायोगैस प्लांट पर 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा।
श्रीमती राजे ने कहा कि आने वाले समय में प्रदेश का हर धार्मिक स्थल एक पर्यटक स्थल के रूप में भी विकसित किया जाएगा। इसके लिए 550 करोड़ रुपये की लागत से 200 मंदिरों को भव्य बनाने और वहां सुविधाएं विकसित करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले चार साल में धार्मिक पर्यटन को लगातार सुविधामय बनाया है और करीब 32 हजार तीर्थ यात्रियों को हवाई जहाज, रेल तथा बसों के माध्यम से निशुल्क तीर्थ यात्राएं करवायी हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने जैतपुरी जी और मोहनपुरी जी महाराज की समाधि पर शीश नवाया और पूजा-अर्चना की। उन्होंने मठ धाम स्थित नारायणपुरी, विजयपुरी, श्यामपुरी, इन्द्रपुरी, अम्बेपुरी, तेजपुरी, धर्मपुरी और वागपुरी जी की समाधि के भी दर्शन किए। उन्होंने यज्ञशाला में मंत्रोच्चारण के साथ प्रदेश में सुख समृद्धि की कामना के लिए आहुतियां दी। तारातरा मठ में महंत प्रतापपुरी जी ने उन्हें जैतपुरी जी द्वारा स्थापित धाम के बारे में जानकारी दी।

सरकार मन्दिरों के विकास में साथ
इस मौके पर उमड़े विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्म हमारे जीवन का अभिन्न भाग है मुख्यमंत्री ने कहा कि वो पहले भी तारातरा मठ आ चुकी है लेकिन एक साल के भीतर जो मठ का कायाकल्प हुआ वाकई बहुत बड़ा चमत्कार है उन्होंने कहा राजस्थान में पर्यटन को लेकर बहुत संभावना है इसी को ध्यान में रखते हुए मंदिरों का कायाकल्प किया जाएगा गोगमेढ़ी से लेकर खाटूश्यामजी के मंदिर तक मंदिरों को पैसा दिया जाएगा।

गौ रक्षा और शिक्षा बहुत बड़े विषय
मुख्यमंत्री ने कहा कि गौ रक्षा और शिक्षा बहुत बड़े विषय है इसी को ध्यान में रखते हुए नन्दी गौशाला खोली जाएगी जिस पर 50 लाख रुपये खर्च आएगा जिसके बाद आवारा पशुओं की समस्या खत्म हो जाएगी मुख्यमंत्री ने कहा कि बाड़मेर संतो की भूमि है उनके तप और तपस्या से वातावरण साफ हुआ है उसी का परिणाम है कि बाड़मेर में 40 हजार रुपये करोड़ रुपए बचाते हुए रिफाइनरी का प्रोजेक्ट लगवाया मुख्यमंत्री ने कहा कि फलसुंड धवा पेयजल योजना को अक्टूबर तक पूरा कर दिया जाएगा इससे पहले जिसको भी ठेका दिया गया उसका ठेका कभी पूरा ही नही होता था हमने ठेकेदार को सील करके जल्द से जल्द काम पूरा करने की हिदायत दी।
उन्होंने संत समागम कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तारातरा मठ को पवित्र बताया वही आयोजन को धर्म की दिशा की तरफ आगे बढ़ाने वाला कदम बताया तारातरा में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री वसुंधरा सिंधिया के साथ साथ कई राज्य के कई मंत्री भी शरीक हुए ।

त्याग करोगे तो इतिहास करेगा याद
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महंत प्रतापपुरी जी ने कहा कि हमारे पूर्व जन्म का सत्कर्म है कि हमे इस जन्म में अच्छा पद और प्रतिष्ठा मिली है यदि इस जन्म में यदि त्याग करेंगे तो इतिहास याद करेगा और यदि हम त्याग की बजाय भोग करने लग जाएंगे तो इतिहास भी माफ नही करेगा। प्रतापपुरी ने कहा कि अब मठ नशा नही संस्कार सिखाएंगे। प्रतापपुरी जी कहा कि तारातरा मठ में गुरुकुल और नशा मुक्ति केंद्र खुलेगा सरकार उनकी मदद करे।

मोहनपुरी महाराज की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा
शनिवार को मठ में मोहनपुरी महाराज की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा की गई ज्योतिषाचार्य गोपाल दवे एवं अन्य ज्योतिषीयो ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मूर्ति का अनावरण कर उन्हें मंदिर के भीतर स्थापित करवाया इस दौरान विभिन्न स्थानों से उमड़े भक्तो ने मोहनपुरी के मंदिर के दर्शन कर उनसे आशीर्वाद लिया मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा में एक यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमे महंत प्रतापपुरी सहित तारातरा गांव के ग्रामीणों ने आहुतियां दी।

हेलीकॉप्टर से बरसाए फूल
मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा में आसमान से हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई जिसका लाभ भामाशाह लूणसिंह झाला ने लिया। आसमान से हेलीकॉप्टर से हुई पुष्पवर्षा से एक बार पूरा मठ परिसर फूलों से भर गया जिसका भक्तो एवं ग्रामीणो ने आंनद लिया। मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान में आधे घंटे तक हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा हुई। आसमान से बरसे फूलों के बीच मोहनपुरी जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के अंतिम दिन तारातरा में मोहनपुरी जी के भक्तों जन सैलाब उमड़ पड़ा। मोहनपुरी जी के जयकारो के साथ मोहनपुरी जी के भक्तों ने मोहनपुरी जी धुणे के दर्शन किये तथा संतो से आशीर्वाद लिया।

खाखुराम का किया बहुमान
मोहनपुरी जी के मठ का निर्माण करने वाले कारीगर खाखुराम मेघवाल का तारातरा मठ की ओर से बहुमान किया गया। करीब 1 किमी. परिधि में तारातरा मठ का कारीगर खाखुराम द्वारा जीर्णोद्धार किया गया है। आश्चर्य की बात यह है कि एक साल में एक ही कारीगर ने निर्माण को पूरा किया है।

व्यवस्थाओं को लेकर कार्यकर्ता रहे मुस्तैद
मोहनपुरी महाराज मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर व्यवस्थाओं के मद्देनजर समिति की ओर से पार्किंग व्यवस्था से लेकर खाने तक की व्यवस्था की। व्यवस्थाओं को लेकर कार्यकर्ता निस्वार्थ भाव से मुस्तेद रहे।

इन्होंने किये दर्शन
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ केंद्रीय मंत्री और बीकानेर सांसद अर्जुन मेघवाल , संसदीय सचिव लाधुराम विश्नोई , राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी, बाड़मेर प्रभारी महेंद्र सिंह राठौड़, बायतु विधायक कैलास चौधरी, पोकरण विधायक शैतानसिंह, चौहटन विधायक तरुण राय कागा, कानसिंह कोटड़ी भी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के साथ में पहुंचे।मुख्यमंत्री राजे ने संत प्रताप पूरी के कार्यक्रम और भंडारे की प्रंशसा की वही मन्दिर निर्माण को भव्य बताया। मोहनपुरी महाराज के मंदिर में पूजा अर्चना करने के साथ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मूर्ति स्थापना के लिए आयोजित यज्ञ को पूर्ण आहुति भी दी।

कल यह रहेंगे कार्यक्रम
रविवार को भंडारे एवं मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का समापन होगा। मठ की ओर से बाहर से आये हुए विभिन्न मठो के साधू संतो को ओढानियां देकर उनका बहुमान किया जायेगा। समस्त सेवादारों एवं भामाशाहो का स्वागत के साथ संत महोत्सव का समापन होगा।

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