बीकानेर – आचार्य प्रवर श्री दिव्यानन्द सूरीष्वर जी महाराज सा. (निराले बाबा) ने विगत कुछ दिनों से चल रहे विविध कार्यक्रमों की सम्पन्नता के बाद बीकानेर से दिव्य षान्ति तपोवन ग्राम कस्तुरिया तहसील लूनकरनसर की ओर प्रस्थान किया। स्थानीय आदिष्वर भवन नाहटा मोहल्ला में श्री जैन ष्वेताम्बर निराला संघ की ओर से आयाजित कार्यक्रम में श्री निराले बाबा ने कहा षांति एवं सुख सत्य के मार्ग पर चलकर ही प्राप्त हो सकते है परन्तु वर्तमान मनुष्य माया जाल में फंसकर सत्य के मार्ग से भटक गया है। वर्तमान मनुष्य का सत्य से कोई नाता नहीं है आज मनुष्य सत्य के मार्ग पर चलना नहीं चाहता क्योंकि वह ज्यादा से ज्यादा धन प्राप्त करना चाहता है जिसके लिये वह झूठ के मार्ग पर बिना समझे दौड़ पड़ता है। मनुष्य खुद झूठ बोलता है व दूसरों से सत्य बोलने की उम्मीद करता है पहले समय में मनुष्य इतना ज्यादा बुद्धिमान नहीं था परन्तु सत्य बोलता था इसी कारण वह सुखी था जबकि अब मनुष्य बुद्धिमान तो हो गया है परन्तु झूठ के मार्ग पर चलकर षांति व सुख को खो बैठा हैं।
उन्होंने कहा कि आज मनुष्य परेषान रहता है परन्तु उसे यह ज्ञान नहीं कि वह क्यों परेषान रहता है जबकि उसके पास धन है, षक्ति है एवं दिमाग है, मनुष्य की परेषानी का कारण अहंकार व माया जाल है जिससे छुटकारा पाने के लिये परमपिता की षरण में आना अति आवष्यक है मनुष्य के मन में क्रोध, घृणा एवं अहंकार ने अपना घर बना लिया है जिस कारण मनुष्य को षांति प्राप्त नहीं हो रही है सबसे बड़ी बात तो यह है कि आज का मनुष्य बहुत जल्दी क्रोधित हो जाता है क्योंकि उसमें सहनषीलता रूपी गुण का अभाव है अगर मनुष्य सहनषीलता व धैर्य प्राप्त कर ले तो विष्व षांति का स्वपन भी साकार हो सकता है परमात्मा के नाम का सुमिरन हर प्रकार के दरिद्र को दूर करता है इसलिए मनुष्य को परमात्मा को कभी भी नहीं भूलना चाहिये।
इस अवसर पर श्री जैन ष्वेताम्बर निराला संघ चेयरमेन विजय कोचर, अध्यक्ष उत्तम चंद भण्डारी, महामन्त्री विशाल नाहटा, केषीयर जय कुमार बांठिया, दौलत राम नाहटा (लालजी), विपुल नाहटा, योगेश शर्मा, नरेश गोयल, झंवर लाल डागा, कंवर लाल सिपानी, सुनिल पुगलिया, अमीत भोजक, झंवर लाल सेवग, विनित रामपुरिया, महावीर गिड़िया, रजनीश कोचर, गोपाल अग्रवाल, अभय राज शर्मा आदि अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।