‘बेटियां अनमोल हैं’ की अलख जगा रहे ‘डेप’ अभियान के दो साल पूरे

अब तक 17 लाख 63 हजार से अधिक लोगों से संवाद कर बनाये कीर्तिमान
बीकानेर। प्रदेश में बेटी बचाओ अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की ओर चलाए जा रहे ‘डॉटर्स आर प्रीशियस’ अभियान के सफलतम दो वर्ष पूरे होने के साथ ही सकारात्मक तथ्य सामने आए हैं। बीते दो वर्षों में बाल लिंगानुपात लगातार बढ़ा है और सुखद पहलू यह है कि यह आंकड़ा 950 तक पहुंच गया है। जिलों में अब स्वास्थ्य विभाग के साथ ही अन्य सरकारी विभाग और गैर सरकारी संगठन व स्वयंसेवी संस्थाएं भी डॉटर्स आर प्रीशियस अभियान से जुड़ रहे हैं और निश्चित ही इसी सामूहिकता का नतीजा है कि कन्या भू्रण हत्या जैसा कलंक अब धुलता दिख रहा है।

‘डॉटर्स आर प्रीशियस’ अभियान के प्रणेताएनएचएम के मिशन निदेशक नवीन जैन ने बताया कि 23 सितंबर 2016 को शुरु हुआ यह अभियान लगातार जारी है और आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि डॉटर्स आर प्रीशियस के तहत सबसे पहले कॉलेजों में कार्यक्रम आयोजित कर युवाओं को अभियान से जोड़ा गया और उन्हें जागरूक करने के साथ ही बतौर डेप रक्षक अभियान से जोड़ा गया। इसके बाद दूसरे चरण में राज्य के सभी स्कूल व कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए, जो रिकॉर्ड बना और अभियान आगे बढ़ा। वर्तमान में सितंबर माह को बेटी माह के रूप में मनाया जा रहा है और 7 व 14 सितंबर को ग्राम पंचायतों में बेटी पंचायतों का आयोजन किया गया। इस दौरान राज्य की करीब आधी ग्राम पंचायतों तक डेप रक्षक पहुंचे और बेटी पंचायतों में बेटियों को लेकर न केवल ग्रामीणों को जागरूक किया गया बल्कि वहां इस अहम मुद्दे को लेकर चर्चा भी हुई। शेष ग्राम पंचायतों में अब 25 व 28 सितंबर को बेटी पंचायत का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि डॉटर्स आर प्रीशियस और पीसीपीएनडीटी एक्ट की सख्त पालना व डिकॉय ऑपरेशनों का असर है कि बाल लिंगानुपात में लगातार सुधार आ रहा है। जनगणना वर्ष 2011 में जहां बाल लिंगानुपात महज 888 था जो बढकर 2018 में 950 के पार हो गया है। यदि विभाग के साथ ही सामाजिक स्तर पर सामूहिक से लगातार प्रयास किए जाते रहें तो आगामी जनगणना में यही आंकड़ा आएगा जो निश्चित ही बेटी बचाओ अभियान को सार्थक बनाएगी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
बीकानेर

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