विश्वविद्यालय मुख्यालय में नवग्रह आश्रम संस्थापक चोधरी का किया सम्मान
मोतीबोर का खेड़ा(भीलवाड़ा)
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, माउंट आबू केंसर के उपचार के लिए भीलवाड़ा जिले के ख्याति प्राप्त श्रीनवग्रह आश्रम को हर संभव सहयोग करेगा। इसके लिए एक दूसरे को सहयोगात्मक तरीके से साहित्य का आदान प्रदान किया गया और आश्रम संस्थापक को बताया गया कि केंसर के उपचार के लिए आने वाले रोगियों को समयबद्ध तरीके से आयुर्वेद औषधियां उपलब्ध हो सके इसके लिए विश्वविद्यालय के कार्यकर्ता अपने स्तर पर जागरूकता अभियान भी चलायेगें।
आज प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, माउंट आबू में विश्वविद्यालय की खेल प्रभाग उपाध्यक्ष व वरिष्ठ राजयोगिनी बीके शशि बहन, पीस ऑफ माइंड आध्यात्मिक चैनल की प्रमुख वक्ता राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी श्रेया बहन मुंबई, सब जोनल डायरेक्टर बीके सुरेंद्र, मीडिया विंग के सदस्य बीके वजीरसिंह गिल और श्रीनवग्रह आश्रम के संस्थापक हंसराज चोधरी के मध्य लंबी मंत्रणा हुई और इस बात पर सहमति व्यक्त की। हंसराज चोधरी ने बताया कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के मेनजमेंट ने आश्रम की केंसर सहित अन्य रोगों के उपचार के लिए दी जा रही आयुर्वेद औषधियों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर संतोष जताया और विश्वास दिलाया कि आश्रम को हर संभव सहयोग किया जायेगा और विश्वविद्यालय के सभी केंद्रों को इससे जोड़ कर इस प्रकार के असाध्य रोगियों को आश्रम में भिजवाने की व्यवस्था की जायेगी।
श्रीनवग्रह आश्रम के संस्थापक हंसराज चोधरी को वहां पर ओम शांति भवन के अलावा यूनिवर्सल पीस हॉल तथा जे डब्लू एम ग्लोबल अस्पताल एवं शोध संस्थान का निरीक्षण कराया गया और वहां की व्यवस्थाओं की उनको विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर वहां पर आश्रम संस्थापक हंसराज चोधरी को वहां पर सम्मानित करने के साथ ही उनको साहित्य भी भेंट किया गया।
इस दौरान प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की खेल प्रभाग उपाध्यक्ष बीके शशि बहन ने कहा कि निस्वार्थ रूप से की गई सेवा ही मानव को महान बनाती है। उनको ग्लोबल अस्पताल विशेषकर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करने को लेकर सदैव तत्पर रहता है। नवग्रह आश्रम के बारे में आज जानकारी मिली निश्चित रूप् से यह भी मानव सेवा पर खरा उतरेगा। उन्होंने आश्रम द्वारा आयुर्वेद को बढ़ावा दिये जाने वाले कार्यो को सराहनीय बताया। उन्होंने कहा कि मरीजों का दर्द मिटाना और हर्ष लौटाना, यह दो मुख्य जिम्मेदारी डॉक्टरों की हैं। आध्यात्मिक स्तर पर यही काम ब्रह्माकुमारी संस्था कर रही है। उन्होंने कहा कि देश में बहुत सारे ऐसे कॉलेज और विश्वविद्यालय हैं, जो डॉक्टर और इंजीनियर बनाते हैं, लेकिन कोई ऐसी संस्था नहीं, जो मानव को महामानव बनाता है। नवग्रह आश्रम में गुरूकुल पद्धति को आत्मसात कर युवाओं को तैयार किया जा रहा है यह बहुत बड़ा काम है।
आश्रम संस्थापक हंसराज चोधरी ने बताया कि उनको सकारात्मक सहयोग की हमेशा अपेक्षा रहेगी। इससे केंसर के बारे में देश में फैली भ्रांतियों को न केवल दूर किया जा सकेगा वरन लोगों को सुलभता से आयुर्वेद औषधियां भी मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि यह आश्रम को सौभाग्य मिला है कि विश्वविद्यालय से जुड़ी कुछ राजयोगिनी बहनों को उपचार उनके यहां किये जाने के बाद संपर्क होने पर उनको विश्वविद्यालय का निमंत्रण मिला जिसे स्वीकार कर वो वहां पहुंचे। उन्होंने विश्वविद्यालय के कार्य को अद्भूत बताते हुए कहा कि वास्तव में सेवा की बड़ी मिसाल है।
– मूलचन्द पेसवानी