इंडियन आइकॉन अवार्ड मिला मण्डावर की जोड़ी को

राजसमन्द जिले के भीम उपखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मण्डावर को अपने स्तर पर अनवरत प्रयास कर राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के लिये सोशल एक्टिविस्ट के रूप में मगरा क्षेत्र की चर्चित पति- पत्नी की जोड़ी का जयपुर में आयोजित यूथ वर्ड समारोह में रावत- राजपूत महिला प्रदेशाध्यक्ष, मण्डावर सरपंच प्यारी रावत व लोको पायलट जसवन्त सिंह मण्डावर को यूथ वर्ड इंडियन आइकॉन अवार्ड से सम्मानित किया गया। ज्ञातव्य है कि अपने गांव मण्डावर में विकास के खातिर , सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार मुक्त योजना संचालन, गांव में पूर्ण शराबबन्दी के प्रयास, सरपंच वेतन से अध्यापक लगाना, घर-घर निम्बू अभियान, महिला सशक्तिकरण, युवा जागृति के माध्यम से मण्डावर गांव को गुमनामी के अंधेरे से निकाल कर राष्ट्रीय पटल पर लाने हेतु भारत भर में आइकॉन के रूप में उभरने व अनेको फॉलोवर्स होने पर यूथ वर्ड इंडियन आइकॉन अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर भारत देश की 11 यूथ आइकॉन को सम्मानित किया गया। अवार्ड समारोह में मण्डावर गांव की संघर्षगाथा को सराहा गया। मण्डावर सरपंच को इससे पूर्व राज्य महिला आयोग सम्मान , चेंज मेकर ऑफ द ईयर 2018, राष्ट्रीय स्वच्छ शक्ति सम्मान , फोकस भारत वुमन पॉलिटिकल लीडरशिप अवार्ड, महिला सुरक्षा मंच सम्मान, राष्ट्रीय डायमंड अचीवर्स अवार्ड सहित दो दर्जन से अधिक राष्ट्रीय व प्रदेश स्तरीय अवार्ड मिल चुके है।

जोड़ी का परिचय
प्यारी रावत मण्डावर ग्राम पंचायत की सरपंच है तथा गांव में पूर्ण शराबबंदी लागू है। सरपंच संघ में ब्लॉक उपाध्यक्ष, जिला प्रवक्ता है।रावत- राजपूत समाज की महिला प्रदेशाध्यक्ष व महिला सुरक्षा मंच में संभाग प्रभारी है। तीन विषयों राजनीति विज्ञान, हिंदी, समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर व बीएड प्रशिक्षित है। वही जसवन्त सिंह मण्डावर इंडियन रेलवे में लोको पायलट है । सोशल एक्टिविटी में किशोरावस्था से सक्रिय है। जसवन्त सिंह मण्डावर ने बताया अमेरिकन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के नायला (जयपुर) गांव के दौरे से प्रेरित होकर मण्डावर गांव को राष्ट्रीय पहचान दिलाने हेतु पिछले दो दशक से सक्रिय है।

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