अनुव्रत उद्बोधन सप्ताह का शुभारंभ

*अनुव्रत इंसान को इंसान बनाता है* *मुनि प्रकाश कुमार*
*जीवन विज्ञान से शिक्षा की समस्या का समाधान* *मुनि सिद्ध प्रज्ञ*

कांकरोली दिनांक 27 सितंबर 2021 / महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि संजय कुमार के सानिध्य में अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का उद्घाटन किया गया। उद्घाटन के अवसर पर अनुव्रत समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार महात्मा एवं पूर्व अध्यक्ष अचल धर्मावत तथा जगजीवन लाल चोर्डिया विशेष रूप से उपस्थित थे। अनुव्रत के संदर्भ में मजेदार विचार व्यक्त करते हुए मुनि सिद्ध प्रज्ञ ने कहा अनुव्रत के माध्यम से व्रत की चेतना को जगाया जा सकता है छोटा सा नियम लेने वाला व्यक्ति बहुत बड़ा इंसान बन सकता है आचार्य श्री तुलसी ने अनुव्रत के माध्यम से तेरापंथ धर्म संघ को सात समुंदर पार पहुंचा दिया।
मुनि प्रकाश कुमार ने कहा अनुव्रत कोई भी व्यक्ति ग्रहण कर सकता है इसके लिए किसी संप्रदाय और जाति विशेष का होना जरूरी नहीं है। प्रामाणिकता के आधार पर एक दुर्जन व्यक्ति भी सज्जन बन सकता है जो व्यक्ति प्रामाणिक होता है
कार्यक्रम का संचालन रमेश जी मांडोत ने कुशलता पूर्वक किया

जीवन विज्ञान दिवस पर बोलते हुए 22 देशों में प्रचार प्रसार करने वाले अनुभवी मुनि सिद्ध प्रज्ञ ने कहा वर्तमान की शिक्षा पद्धति ना गलत है ना दोषपूर्ण है यह शिक्षा पद्धति अधूरी है इस शिक्षा पद्धति से शारीरिक बौद्धिक विकास पर्याप्त मात्रा में हो रहा है किंतु मानसिक और भावनात्मक विकास की कमी नजर आ रही है जीवन विज्ञान के माध्यम से शिक्षा की समस्या का समाधान संभव है और मैंने देखा जिन जिन स्कूलों में महाविद्यालयों में इसके प्रयोग नियमित रूप से चले उस क्षेत्र के लोगों का जीवन बहुत शांत और उज्जवल रहा। अनुविभा राजसमंद इस क्षेत्र में बहुत व्यापक काम कर रहा है।
मुनि श्री प्रकाश कुमार ने कहा जीने की सबसे बड़ी कला आप भला तो जग भला प्रयोग के बिना जीवन अधूरा है इस अवसर पर मुनी जी ने कुछ प्रायोगिक प्रयोग भी बताए।
इससे पूर्व तेरापंथ महिला मंडल राजनगर की अध्यक्ष श्रीमती डॉक्टर सीमा कावड़िया ने कहां गिरते हुए जीवन मूल्यों को रोकने के लिए आचार्य श्री महाप्रज्ञ ने जीवन विज्ञान शिक्षा पद्धति का प्रवर्तन किया ।
आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सुखलाल वागरेचा ने कि उन्होंने कहां जीवन विज्ञान के बिना जीवन अधूरा है
अनु व्रत समिति राजसमंद के अध्यक्ष डॉ महात्मा ने कहा जीव विज्ञान तो स्कूल में पढ़ाया जाता है किंतु जीवन विज्ञान से मानवता का कल्याण और विकास होता है
इस अवसर पर श्रीमती शकुंतला लोधा एवं विभा चोरड़िया गीत की सुंदर प्रस्तुति दी
कार्यक्रम का सफल संचालन वीरेंद्र महात्मा ने किया।
कार्यक्रम व्यवस्था को अंजाम देने के लिए तेरापंथ सभा मंत्री हिम्मत लाल कोठारी आदि महानुभाव का सराहनीय योगदान रहा।

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