100 वाँ मोनोग्राफ प्रसिद्ध नाटककार, रंगकर्मी, साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया पर प्रकाशित

राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर की प्रांत के साहित्यकारों पर केन्द्रित प्रकाशन की दो योजनाएं हैं-
(1) राजस्थान साहित्यकार प्रस्तुति योजना, और
(2) हमारे पुरोधा शृंखला।

राजस्थान साहित्यकार प्रस्तुति योजना में प्रांत में उल्लेखनीय साहित्य रचाव कर रहे साहित्यकार के व्यक्तित्व कर्तृत्व पर मोनोग्राफ प्रकाशित किया जाता है। वहीं पुरोधा शृंखला में उल्लेखनीय रचाव कर चुके दिवंगत पुरोधा पर बात की जाती है।

“राजस्थान साहित्यकार प्रस्तुति योजना” का सोच मार्च 1982 में तत्कालीन अकादमी अध्यक्ष डॉ. प्रकाश आतुर के आया, और ‘राजस्थान के कृतिकार’ प्रस्तुति में प्रथम आवृत्ति जनचेतना के लोकप्रिय कवि हरीश भादानी पर सामने आई। डॉ. आतुर और बाद के कुछ समय तक अकादमी अध्यक्ष स्वयं इसके संपादक रहे और मोनोग्राफ में साहित्यकार के बारे में आलेख, साहित्यकार की रचनाओं के अंश, विषय विशेषज्ञों के आलेख आए। बाद में अध्यक्ष प्रधान संपादक रहे और एक रचनाकार को स्वतंत्र संपादन सौंपा जाने लगा।

“राजस्थान साहित्यकार योजना” में 1982 से लेकर अब तक 100 मोनोग्राफ अकादमी ने प्रकाशित किए हैं। 100 वाँ मोनोग्राफ प्रसिद्ध नाटककार, रंगकर्मी, साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया पर प्रकाशित किया गया है। यह योजना अकादमी की निरंतरता वाली महत्वाकांक्षी योजना है। अकादमी की वेबसाइट www.rsaudr.org पर जाकर और अधिक जानकारी ली जा सकती है।
डा दुलाराम सहारण
अध्यक्ष, राजस्थान साहित्य अकादमी

error: Content is protected !!